आरा : छठ व्रत में अब महज कुछ ही दिन शेष रहे गये हैं. फिर भी जिले के सभी छठ घाटों की पूर्णत: साफ-सफाई नहीं हो पायी है. ऐसे में लोक आस्था का महापर्व छठ के दौरान छठ व्रति भगवान भास्कर को अर्घ्य दे तो कैसे. जिले के कई छठ घाट ऐसे है जहां अब भी गंदगी तथा जलकुंभी का अंबार लगा हुआ है.
छठ व्रत को लेकर प्रशासन व नगर निगम द्वारा साफ-सफाई की व्यवस्था मुकम्मल होने की बात कही जा रही है. फिर भी जिले के कई ऐसे छठ घाट है जिन पर अभी भी गंदगी तथा जलकुंभी का अंबार लगा हुआ है. ऐसे में व्रति को अर्घ्य देने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. कई ऐसे नहर, पोखर तथा छठ घाट है जहां पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है.
कहीं-कहीं तो घाट पर जाने के लिए संपर्क पथ भी नहीं बनाया गया है. वहीं सपना सिनेमा मोड़ छठ घाट पर शहर के मुख्य नाले की निकासी होने के कारण स्थानीय लोगों में आक्रोश है. लोगों का कहना है कि छठ पूर्व को लेकर मुख्य नाले के निकासी को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया जाये.
ये हैं घाट : जिले में 58 छठ घाट हैं, जिसमें मुख्य रूप शहर के कलेक्ट्रीयट, गांगी नदीं, , धरहरा नहर घाट, सपना सिनेमा मोड़ घाट, पावर गंज तालाब घाट, न्यू पुलिस लाइन तालाब घाट, चंदवा सूर्य मंदिर, धोबीघटवा अनाइठ, रामगढ़िया शामिल है.
वहीं उदवंतनगर प्रखंड के बेलाउर सूर्य मंदिर, कोइलवर के बबुरवानी घाट, गोरया घाट, टीबी सेनोटोरियम घाट, महादेव सेमरिया घाट, फरहंगपुर, बहियारा, झरखंडी स्थान (खनगांव), बड़हरा के केवटिया, पिपरपाती, बलुआ, सिन्हा, केशवपुर, नथमलपुर, महुली घाट गंगा घाट, जगदीशपुर के शिवजी के पोखरा, हेतमपुर तालाब, दलीपपुर डीह, दलीपपुर छठिया पोखर, दुलौन नदी घाट, कहथु मसुढी, असनी, आयर, कोतवाली चौक घाट है.
बिहिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नहर, महथिन रोड़ सुर्य मंदिर, कटेया रोड़, तेघरा गांव, भडसरा पोखरा, शाहपुर के नगर पंचायत, बरिसवन नदी, कुंडेश्वर स्थान, बेलौटी सूर्य मंदिर, सुहिया, सोनवर्षा भागड, महुआर, गौरा, पीरो के बहरी महादेव, ओझवलिया मोड नहर घाट,बागर सूर्य मंदिर सिकरहट्टा, चरपोखरी सूर्य मंदिर, इटुहरी सूर्य मंदिर, नोनार सूर्य मंदिर छठ घाट शामिल है.