चरपोखरी : 80 के दशक में चरपोखरी प्रखंड बना था, तभी प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन का भी निर्माण हुआ था. लेकिन उचित देखरेख नहीं होने के कारण आज यह भवन जर्जर हो गया है. स्थिति यह उत्पन्न हो गयी है कि प्रखंड सह अंचल कार्यालय के दफ्तरों में टेबुल पर अचानक से छत के प्लास्टर टूटकर गिर जाता है. यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
बरसात के दिनों में थोड़ी सी बारिश होने पर कार्यालय में पानी की बूंदें टपकने लगती हैं. अब तक कई फाइलें पानी के कारण बर्बाद हो गयी हैं. प्रखंड सह अंचल कार्यालय के कर्मचारी व अधिकारी जान जोखिम में डालकर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं.
हादसे की बनी रहती है संभावना : प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित खेल मैदान होने की वजह से जब मैदान में फुटबॉल या क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन होता है, तो खेल देखने के लिए खेल प्रेमी कार्यालय के छत पर चढ़कर बैठ जाते हैं. इस संबंध में बीडीओ को कई बार दर्शकों को छत से उतारने के लिए पुलिस प्रशासन का सहारा लेना पड़ा है.
जर्जर आवास में रहते हैं अधिकारी : प्रखंड मुख्यालय में अधिकारियों के रहने के लिए आवास भी प्रखंड भवन बनने के साथ ही बनाया गया था, लेकिन उनका मरम्मत एवं जीर्णोद्धार नहीं कराये जाने से आज जर्जर हालत में हैं.
कई आवास खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. वरीय अधिकारी के अनुसार प्रखंड मुख्यालय में रह कर अपने कार्यों का निष्पादन करना होता है, ऐसे में आवास के अभाव में अधिकारी प्रखंड मुख्यालय से बाहर रहने की विवशता है. कई बार अधिकारियों द्वारा आवास के संबंध में उच्च अधिकारियों को लिखा गया. बावजूद इसके आवास का निर्माण एवं पुराने भवनों का जीर्णोद्धार नहीं कराया गया.
बोले प्रखंड प्रमुख
प्रखंड सह अंचल कार्यालय जर्जर हो गया है तथा सरकारी आवास भी जर्जर हो गये हैं. ऐसे में नये कार्यालय एवं आवास का निर्माण कराया जाना अति आवश्यक है.
अभय कुमार सिंह उर्फ बोध नारायण सिंह, प्रखंड प्रमुख
बोले बीडीओ
दो माह पूर्व में प्रखंड सह अंचल कार्यालय एवं आवास के जर्जर होने एवं नये कार्यालय तथा आवास के निर्माण के लिए जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजा गया है.
संदीप कुमार पांडेय, बीडीओ
