आरा : दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में लूटपाट के मामले में रिमांड पर लिये गये चारों आरोपितों को पूछताछ के बाद मंगलवार को जेल भेज दिया गया. हालांकि पूछताछ के क्रम में पुलिस को कई सुराग हाथ लगे हैं, जिसके आधार पर पुलिस छापेमारी कर रही है. हालांकि पूछताछ में मिले क्लू के आधार पर पुलिस फरार अपराधियों को दबोचने में जुटी हुई है.
इधर फरार चार अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने कोर्ट में वारंट के लिए आवेदन भी दिया है. कोर्ट से आदेश के बाद वारंट का तामीला किया जायेगा. बता दें कि बैंक लूट मामले में नवादा थाना पुलिस ने चार आरोपितों बोतल महतो, विजय चौधरी, श्वेताभ सिंह उर्फ पोल्टी तथा प्रकाश माली को पांच दिनों की रिमांड पर लिया था.
चारों से पूछताछ की गयी. पूछताछ के क्रम में पुलिस ने प्रकाश माली के घर से बैंक लूट के 52 हजार रुपये तथा एक बाइक जब्त की थी. इधर पुलिस ने चारों से पूछताछ के बाद मिले क्लू के आधार पर संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है. हालांकि अभी तक फरार चार अपराधी पुलिस की पहुंच से दूर हैं.
क्या है पूरा मामला
18 नवंबर को नवादा थाना क्षेत्र के बाजार समिति के सामने दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक से 30 लाख 27 हजार रुपये की लूट हुई थी. इस दौरान अपराधियों ने बैंक मैनेजर सहित कई बैंक कर्मियों के साथ मारपीट की थी, साथ ही लगभग सात राउंड फायरिंग भी की गयी थी. कुछ अपराधी नकाबपोश थे, तो कुछ ने मुंह खुला रखा था. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान की. कुख्यात अपराधी बोतल महतो की गिरफ्तारी सोनपुर मेला से की गयी.
उसके बयान के आधार पर विजय चौधरी, श्वेताभ सिंह उर्फ पोल्टी को गिरफ्तार किया गया. इन लोगों के पास से बैंक से लूटे गये 18 लाख 17 हजार रुपये बरामद किये गये. इधर इस घटना में शामिल एक अन्य आरोपित प्रकाश माली ने पुलिस की बढ़ती दबिश के कारण कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इसके बाद नवादा थाना पुलिस ने रिमांड पर लेने के लिए अर्जी दी थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए पांच दिनों का आदेश दिया. मंगलवार को चारों को पूछताछ के बाद सदर अस्पताल में मेडिकल कराया गया. इसके बाद कोर्ट के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया गया.
