आरा : सदर प्रखंड के अलीपुर मध्य आंगनबाड़ी केंद्र पर जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का उद्घाटन फीता काटकर किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का स्वास्थ्य के लिए काफी महत्व है.
अनुमान के अनुसार एक वर्ष से 19 वर्ष के लगभग 22 करोड़ बच्चों को क्रीमी से आंत की समस्या है. क्रीमी संक्रमित बच्चों के शारीरिक विकास, एनिमिया व आंत संबंधी विकार के कारण विद्यालयों में उपस्थिति पर भी प्रभाव पड़ता है.
सरकार द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य स्तर को सुधारने के लिए चार सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसके अंतर्गत राज्य के सभी सरकारी, निजी विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, आंगनबाड़ी एवं पॉलिटेक्निक संस्थानों में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम की दवा पिलाई जायेगी.
जो बच्चे किसी कारण बस चार सितंबर को दवा नहीं खा पायेंगे, उन्हें 12 सितंबर को माप अप दिवस पर खिलायी जायेगी. एक से दो वर्ष के बच्चों को दवा की आधी गोली पानी के साथ, दो से तीन वर्ष के बच्चों को आधी से अधिक गोली पानी के साथ व तीन से 19 वर्ष के बच्चों को एक पूरी गोली खिलानी है.
गोली खिलाने का निर्धारित लक्ष्य : जिले में सरकारी विद्यालयों के 6 लाख 54 हजार 83 बच्चों को, निजी विद्यालयों के तीन लाख 9 हजार 968 बच्चों को, आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन लाख 62 हजार 846 बच्चों को तथा विद्यालय के अलावे एक लाख 39 हजार 293 बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है .
कुल मिलाकर 14 लाख 66 हजार 190 बच्चों को दवा खिलायी जायेगी. इसकी पूरी तैयारी कर ली गयी है. इसके लिए जिलास्तर से प्रखंडस्तर तक सभी सरकारी व निजी विद्यालयों के शिक्षकों,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम सहित सभी अन्य कई कर्मियों को लगाया जायेगा.
कुपोषण के खिलाफ सेविकाएं करें जागरूक : डीडीसी
आरा. विद्या भवन के सभागार में उपविकास आयुक्त माधव सिंह की अध्यक्षता में जिले को कुपोषण मुक्त बनाने को लेकर आइसीडीएस के सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों और महिला पर्यवेक्षिका के साथ एक बैठक संपन्न हुई, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के भी कर्मी उपस्थित थे.
बैठक को संबोधित करते हुए उपविकास आयुक्त ने कहा कि सरकार द्वारा सितंबर माह को कुपोषण माह घोषित किया गया है. इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ जिले के सभी प्रबुद्ध लोगों का दायित्व बनता है कि जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए स्लम एरिया के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों के पोषक क्षेत्रों में कुपोषण के प्रति आमलोगों को जागरूक करें.
उन्होंने कहा कि पूरे सितंबर माह का एक कुपोषण जागरूकता अभियान को लेकर एक कैलेंडर तैयार किया जाये और उसके अनुसार संबंधित क्षेत्र और आंगनबाड़ी के पोषक क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाया जाये. इस अवसर पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रश्मि चौधरी, बड़हरा की महिला पर्यवेक्षिका गीता कुमारी सिंह, शकुंतला देवी, अनामिका सहित सभी महिला पर्यवेक्षिका उपस्थित थीं.
कृमिमुक्ति को निकाली गयी जागरूकता रैली
पीरो. राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर 1-19 वर्ष तक के बालक-बालिकाओं को कृमि नाशक एलबेंडाजोल की खुराक देने के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से मंगलवार को यहां गांव-गांव में स्कूली बच्चों द्वारा रैली का आयोजन किया गया. स्वास्थ्य विभाग व शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयास से शुरू इस कार्यक्रम के तहत बुधवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों व स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों को दवा खिलायी जायेगी.
इसके लिए अनुमंडल व प्रखंडों में कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार के साथ अन्य आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. पीरो में वरीय प्रखंड साधनसेवी राजेंद्र तिवारी ने बताया कि यहां सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को प्रशिक्षित कर उन्हें पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध करा दी गयी है.
राष्ट्रीय मुक्ति दिवस के मौके पर दवा खाने से वंचित बच्चों को माॅप अप डे 12 सितंबर को दवा दी जायेगी. यहां अभियान की सफलता को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजीव कुमार के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के कर्मी भी पिछले कई दिनों से सक्रिय हैं. डॉ राजीव कुमार के अनुसार पीरो प्रखंड में लगभग एक लाख बीस हजार बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
