आरा : जिला मुख्यालय के सदर अस्पताल में चिकित्सकों के उससमय होश फाख्ता हो गये, जब सांप के डसने के बाद इलाज कराने पहुंचे पीड़ित के परिजनों ने सांप को चिकित्सक के सामने पेश कर दिया. परिजनों का कहना है कि इलाज में चिकित्सक को सहुलियत हो कि किस प्रकार के सांप ने डसा है, इसलिए सांप को भी पकड़ कर लेते आये हैं. अस्पताल में सांप की खबर सुन कर अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया.
जानकारी के मुताबिक, भोजपुर जिले के बेलवनिया गांव में 75 वर्षीय कोल्ड ड्रिंक्स दुकानदार अपनी दुकान की सफाई सोमवार को कर रहा था. सफाई करने के दौरान ही सांप ने दुकानदार को डस लिया.बुजुर्ग दुकानदार ने सांप डसने के बाद शोर मचाने लगा. शोर सुन कर परिजन मौके पर पहुंचे. इसके बाद परिजनों ने इलाज के लिए सत्यनारायण प्रसाद को लेकर आरा सदर अस्पताल पहुंचे. साथ ही परिजनों ने सांप को भी जिंदा पकड़ कर बाल्टी में बंद कर मरीज के साथ आरा सदर अस्पताल ले आये.
सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे सत्यनारायण ने बताया कि डसने के बाद सांप ने उनके हाथ को पूरी तरीके जकड़ लिया. उसको छुड़ाने का उन्होंने काफी प्रयास किया, लेकिन वह नहीं छोड़ा. इधर, हाथ में सांप के डसने से काफी तेज खून निकल रहा था. उसके बाद मैंने शोर मचाया, तो परिजन मौके पर पहुंचे और सांप के जबड़े को पकड़ कर तीन घंटे तक दबा कर रखा और 32 किलोमीटर की दूरी तय कर आरा सदर अस्पताल पहुंचे.
आरा सदर अस्पताल पहुंचने पर सत्यनारायण प्रसाद को भरती कराया गया. चिकित्सक जब अस्पताल में सत्यनारायण को देखने लगे, तो परिजनों ने बाल्टी में साथ पकड़ कर लाये गये सांप को चिकित्सक के सामने पेश कर दिया. अपने टेबल पर जिंदा सांप देखते ही चिकित्सक के होश फाख्ता हो गये. साथ ही आश्चर्य भी हुआ. पीड़ित के परिजनों ने चिकित्सकों को बताया कि सांप को इसलिए पकड़ कर साथ लाये हैं कि आपको पता चल सके कि किस प्रजाति के सांप ने डसा है. इसके बाद चिकित्सक डर के मारे मरीज और उनके परिजनों को कक्ष से बाहर निकाल दिया. बाद में सत्यनारायण का ईलाज शुरू किया गया. बताया जाता है कि बुजुर्ग सत्यनारायण की हालत अब खतरे से बाहर है.