बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा सोमवार से शुरू हुई है. भागलपुर में 63 सेंटर बनाए गए हैं जहां करीब 48000 परीक्षार्थियों को एग्जाम दिलाने की तैयारी की गयी है. सोमवार को पहली पाली की परीक्षा देने के लिए भागलपुर आने में परीक्षार्थियों के पसीने छूट गए. भागलपुर में लगे महाजाम के कारण यह नौबत आयी. शहर प्रवेश करने के लगभग हर रास्ते जाम से कराहते रहे. विक्रमशिला सेतु पर रविवार के बाद सोमवार को भी जाम रहा. भारी वाहन सोमवार को परीक्षा के दिन भी चलते रहे. जाम में फंसे परीक्षार्थी अपने परीक्षा सेंटरों पर निर्धारित समय पर नहीं पहुंच सके जिससे उनकी परीक्षा छूट गयी.एग्जाम सेंटर पर जमकर हंगामा भी हुआ.
विक्रमशिला सेतु पर महाजाम
भागलपुर के विक्रमशिला सेतु पर रविवार को भी महाजाम लगा हुआ था. विक्रमशिला सेतु पर और भागलपुर व नवगछिया की ओर ट्रक-हाइवा समेत छोटे-बड़े वाहनों की कतार लगी रही. सोमवार को भी जाम की वही स्थिति पुल पर दिखी. सोमवार को मैट्रिक परीक्षा शुरू होना था. प्रशासनिक आदेश थे कि गंगा पुल पर भारी वाहनों पर सुबह 7.30 बजे से ही रोक रहेगी. लेकिन हालत यह रहा कि नो एंट्री लागू ही नहीं हो सका. गंगा पुल पर सुबह से ही ट्रक और हाइवा भी जाम में फंसे रहे.
सबौर और नाथनगर में भी रेंगते रहे वाहन
इस महाजाम का खामियाजा मैट्रिक परीक्षार्थियों को भुगतना पड़ा. घंटों तक वो जाम में फंसे रहे. सुबह-सुबह भी अपने घरों से निकलने के बाद वो सेंटर पर तय समय तक नहीं पहुंच सके. इधर, विक्रमशिला सेतु पर महाजाम था तो नवगछिया व सबौर के रास्ते में वाहन रेंगते हुए दिखे. नाथनगर में भी जाम की समस्या से लोग जूझते रहे.


भागलपुर के परीक्षा सेंटर पर हंगामा
भागलपुर के मारवाड़ी पाठशाला केंद्र पर जमकर हंगामा हुआ. निर्देश के तहत 9 बजे सेंटर के गेट को बंद कर दिया गया. लेकिन जाम के कारण कई परीक्षार्थी थोड़ी लेट से पहुंचे. लेकिन उन्हें प्रवेश की इजाजत नहीं मिली. छात्राओं के अभिभावकों ने सवाल उठाया कि उनकी क्या गलती है? अगर वो 5 घंटे जाम में फंसे हुए हैं तो ये किसकी जिम्मेवारी थी.
परीक्षार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ का जिम्मेवार कौन? उठेंगे ये सवाल…
- भागलपुर में पिछले दो दिनों से महाजाम का संकट लोग झेल रहे थे तो मैट्रिक परीक्षा के लिए प्रशासन ने क्या इंतजाम किए?
- रविवार को भी विक्रमशिला सेतु महाजाम से जूझ रहा था, पुलिस प्रशासन ने इसे लेकर क्या तैयारी की थी?
- सेंटर पर पहुंचने में जो मशक्कत परीक्षार्थियों को हुई, महाजाम को देखते हुए यह तय ही लग रहा था, उसके बाद भी प्रशासन ने कोई ठोस उपाय क्यों नहीं निकाला?
- जिन परीक्षार्थियों का एग्जाम छूट गया, उनके करियर का गुनहगार कौन है?
- जिला प्रशासन ने मुख्यालय को इसकी सूचना पूर्व में क्यों नहीं दी थी कि भागलपुर में महाजाम का संकट है और इसका असर परीक्षार्थियों के एग्जाम पर पड़ सकता है?