भागलपुर – भागलपुर नेशनल कॉलेज के विज्ञान संकाय द्वारा इकोसिस्टम रेस्टोरेशन चैलेंज एंड ऑपर्च्युनिटी इन इंडियन पर्सपेक्टिव विषय पर दो दिवसीय सेमीनार का शुभारंभ शुक्रवार को किया गया. उद्धाटन समारोह में टीएमबीयू के कुलपति एवं सेमिनार के मुख्य संरक्षक डॉ जवाहरलाल ने ऑनलाइन मोड में सभा को संबोधित किया. कार्यक्रम में पूर्व कुलपतियों में प्रो अवध किशोर राय, प्रो केके सिंह, प्रो यूएन. झा एवं प्रो फारूक अली व विवि की कुलानुशासक प्रो डॉ अर्चना साह उपस्थित थी. उद्घाटन सत्र में प्राचार्य एवं सेमिनार के संरक्षक प्रो डॉ अशोक कुमार ठाकुर ने सेमिनार के विषय चुनाव और आज के परिवेश में इसकी महत्ता और आवश्यकता पर विस्तार से प्रकाश डाला. सेमिनार के संयोजक डॉ बलिराम प्रसाद सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. आयोजन सचिव डॉ अम्बिका कुमार ने सेमिनार का विषय प्रवेश तथा डॉ अमित किशोर सिंह ने उद्घाटन सत्र का धन्यवाद ज्ञापन किया. प्रथम तकनीकी सत्र में प्रसिद्ध वैज्ञानिक व वनस्पति शास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ सुनील कुमार चौधरी ने वेट लैंड पर आधारित व्याख्यान में गंगा नदी के पानी में प्रदूषण के कारण डॉल्फिन पर होने वाले दुष्प्रभाव पर प्रकाश डाला. दूसरे तकनीकी सत्र में स्नातकोत्तर रसायन विभाग के डॉ अशोक कुमार झा ने आर्सेनिक प्रदूषण के प्रभाव के बारे में प्रकाश डाला. आइआइटी दिल्ली में रामानुजन फेलोशिप प्राप्त डॉ पंकज कुमार गुप्ता ने कानपुर के कुछ क्षेत्रों में किए गए अपने शोध कार्य की जानकारी प्रतिभागियों के बीच साझा की. उन्होंने शोध के क्षेत्र में विभिन्न शोधार्थियों को अपनी मदद देने की बात कही. सेमिनार के तृतीय और अंतिम सत्र में प्रमुख वक्ता डॉ डीएन चौधरी ने पक्षियों नेस्टिंग व्यवहार पर विस्तार से प्रकाश डाला. कुछ प्रतिभागियों ने पेपर प्रेजेंटेशन भी किया. सेमिनार के संचालन में कार्यक्रम सचिव डॉ राजेश कुमार, डॉ कुंदन कुमार एवं डॉ गोलक कुमार मंडल ने सहयोग किया. सेमिनार सत्र के मंच संचालन का काम मीडिया प्रभारी डॉ फिरोज आलम ने किया.
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