नगर निगम की ओर से बूढ़ानाथ मंदिर से सटे पार्क के मध्य में स्थित जर्जर ऊपर पाथ-वे को तोड़ने व बाधित नाला का जीर्णोद्धार कराने का काम शुरू हो गया है. इससे मंदिर के श्रद्धालुओं व मॉर्निंग वॉकरों ने खुशी जतायी कि अब सड़ांध से मुक्ति मिलेगी. मंदिर प्रबंधन की ओर से बताया गया कि प्रभात खबर की ओर से लगातार उक्त समस्या को प्रकाशित करके नगर निगम प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया था. इसी क्रम में प्रबंधन की ओर से नगर आयुक्त शुभम कुमार से मिलकर ध्यान आकृष्ट कराया. त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्होंने टीम गठित की और पिछले सात दिनों से जर्जर ऊपर पाथ-वे को तोड़ा जा रहा है. साथ ही सफाईकर्मियों द्वारा बाधित नाला की उड़ाही का काम भी शुरू हो गया है. मंदिर के प्रबंधक वाल्मिकी सिंह ने बताया कि पार्क के सौंदर्यीकरण के समय लाखों की लागत से मंदिर से सटे पाथ-वे का निर्माण कराया गया था, ताकि श्रद्धालु व आमलोग गंगा का दीदार गंगा में पानी होने पर चढ़कर कर सकें. बाद में गंगा थोड़ी दूर हो गयी और पार्क काे व्यवस्थित कर दिया गया. पार्क की घेराबंदी के क्रम में नाला की निकासी बाधित हो गयी और लगातार आठ साल से पूजन सामग्री व अन्य वस्तु नाला में सड़कर एक ही जगह अटक रहा था. सड़ांध चारों तरफ फैल रही थी. पूजा करने वाले हो या सुबह पार्क में टहलने वाले, सभी परेशान थे. बूढ़ानाथ सेवक संघ के चंद्रशेखर मिश्रा ने भी खुशी जतायी कि अब सड़ांध से परेशानी नहीं होगी. मृत्युंजय कुमार राय, राकेश कुमार, नितिन भुवानिका, रवि कुमार आदि ने बताया कि बूढ़ानाथ मंदिर के अंदरुनी भाग का सौंदर्यीकरण श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है, तो बाहरी समस्या के समाधान भी नगर निगम प्रशासन की ओर से शुरू हो गया है.
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