भागलपुर में चल रही खेलो इंडिया यूथ गेम्स जैसी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता से ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेल को बढ़ावा मिलने की पूरी संभावना है. इससे गांवों के बच्चों में भी खेल के प्रति ललक तो देखी ही जा रही है, साथ ही उनकी मां भी चाहती है कि उनके बच्चे भी खेल की दुनिया में आगे बढ़े और नाम कमाये. इससे अपने गांव के साथ साथ भागलपुर का भी नाम होगा. महिलाएं अब गांव में खेल के लिए बुनियादी सुविधाओं का विकास चाहती है. इसकी गूंज महिला संवाद कार्यक्रमों में भी दिख रही है. सोमवार को भागलपुर के नारायणपुर प्रखंड अंतर्गत रायपुर पंचायत के कुसहा गांव में आराधना ग्राम संगठन की ओर से महिला संवाद कार्यक्रम में नीतू देवी ने कही. आगे उन्होंने कहा कि सभी गांवों तक सड़कें पहुंच गयी, बिजली पहुंच गयी. हर टोले में स्कूल है. स्कूल में अब शिक्षक भी हैं. हमारे बच्चे पढ़ने जाते हैं. लेकिन स्कूल में अब बच्चों के खेलने पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. इसी गांव की रहने वाली गुड्डी देवी कहती है, हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे भी खेल की दुनिया में आगे बढ़ें और देश दुनिया का नाम रौशन करें. भागलपुर में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के बारे में अखबारों में खिलाड़ियों के छप रही तस्वीरों से उत्साहित कई महिलाएं अपने बच्चों को विभिन्न खेलों में आगे बढ़ना चाहती हैं. इसकी गूंज महिला संवाद कार्यक्रमों में सुनायी दे रही है. बिहपुर के हरियो पंचायत की रहनेवाली मुन्नी देवी ने कहा कि गांव में खेल का मैदान भी चाहिए, जिससे हमारे बच्चे खेल की दुनिया में देश का नाम रौशन करे. महिला संवाद कार्यक्रम में शामिल महिलाओं ने कहा कि सरकार ने गांवों के विकास के लिए बहुत सारे काम किये हैं, लेकिन अब हमारे लिए रोजगार की भी व्यवस्था करनी चाहिए.
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