टीएमबीयू के कई पीजी विभाग जर्जर हालत में पहुंच चुके हैं, जिनके चलते छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता बनी हुई थी. अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन भवनों को तोड़कर नए सिरे से निर्माण कराने का निर्णय लिया है. विवि की बिल्डिंग कमेटी ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. सूत्रों के अनुसार, कुल पांच ऐसे विभाग हैं जो बेहद खस्ताहाल स्थिति में हैं, जबकि एक विभाग को उसके ढही हुई संरचना के बाद दूसरी जगह शिफ्ट किया जा चुका है. सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति पीजी अंबेडकर विचार एवं समाज कार्य विभाग की है, जहां छात्र टपकते प्लास्टर और लगातार खतरे के अलर्ट के बीच पढ़ाई करने को मजबूर हैं. इन विभागों की इमारतें लगभग 20 साल पुरानी हैं. बीते वर्षों में जब भी छत या दीवार का प्लास्टर टूटता था, तो अस्थायी मरम्मत के रूप में केवल चिप्पी लगाई जाती थी, लेकिन अब भवन इतने जर्जर हो चुके हैं कि किसी भी समय ढहने का खतरा बना हुआ है. हाल ही में पीजी दर्शनशास्त्र विभाग को खराब स्थिति के कारण पीजी अंगिका विभाग के भवन में शिफ्ट करना पड़ा. काम शुरू होने में हो रही देरी रजिस्ट्रार प्रो रामाशीष पूर्वे ने बताया कि भवनों के निर्माण और मरम्मत का निर्णय लिया जा चुका है जबकि एस्टीमेट भी तैयार है. कहा कि काम अब तक शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन देरी हो रही है. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा. विवि प्रशासन के इस कदम से उम्मीद है कि जल्द ही पीजी विभागों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों को सुरक्षित वातावरण में अध्ययन करने का अवसर मिल सकेगा.
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