श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र में 50 साध्वियों के विशाल संघ के आगमन से क्षेत्र में अलौकिक और भक्तिमय वातावरण बन गया है. परम पूज्य आर्यिका साध्वी श्रीगुरुमती माताजी के नेतृत्व में संघ के पहुंचने से आध्यात्मिक गतिविधियों में विशेष उत्साह देखा जा रहा है. आर्यिका माताजी ने कहा कि चंपापुर की पावन भूमि से उन्हें गहरी आध्यात्मिक ऊर्जा की अनुभूति हुई है. उन्होंने पदविहार के दौरान बिहार की जनता के सरल स्वभाव, श्रद्धा और सेवा-भाव की सराहना की. प्रवचन में उन्होंने सावधानी, संयम और सकारात्मक सोच को जीवन के लिए आवश्यक बताया. उन्होंने कहा कि भय, निंदा और उपेक्षा से जीवन में दुख बढ़ता है, जबकि उत्साह व्यक्ति को आगे बढ़ाता है. उन्होंने कहा कि अनुभव ही जीव को सावधान करता है. गलती दोहराना सचमुच बहुत बड़ी गलती है. अपराध, व्यक्ति को एक मिनट भी चैन से जीने नहीं देता. सिद्धक्षेत्र के मंत्री सुनील जैन ने इसे अहिंसा और आत्मकल्याण का संदेश देने वाला पदविहार बताया. उन्होंने कहा कि यह संघ समाज को संयम और साधना की प्रेरणा दे रहा है. महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, बंगाल और झारखंड से बड़ी संख्या में श्रद्धालु चंपापुर पहुंचे हैं. इस अवसर पर विजय रारा, पदम पाटनी, जयकुमार कला, सुमंत पाटनी, अशोक पाटनी, शंकर लाल जैन, सरोज जैजानी, अजय जैन, अमित बड़जात्या, भारत जैन आदि उपस्थित रहे. मंत्री सुनील जैन ने बताया कि संघ यहां से पवापुरी की ओर प्रस्थान करेगा.
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