सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की सेंट्रल लैब में मरीजों की जांच को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आयी है. अस्पताल में सीनियर लैब टेक्नीशियन और आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा ठेके पर रखे गये लैब टेक्नीशियन एक साथ काम कर रहे हैं, लेकिन जिन कर्मचारियों को जानकारी नहीं है, उनको सैंपल की जांच का जिम्मा सौंपा जा रहा है. इससे मरीजों की जांच की गुणवत्ता और सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं. टेक्नीशियन कर रहे जांच मायागंज अस्पताल के सीनियर लैब टेक्नीशियन की तैनाती सेंट्रल लैब में की गयी है. साथ ही एक आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा तीन लैब टेक्नीशियन शशिभूषण, चंदन कुमार और सुमन कुमार की नियुक्ति भी की गयी है. इन तीनों के पास डिग्री तो है, लेकिन मरीजों के खून की जांच करने की कोई जानकारी नहीं है. बावजूद इसके मंगलवार को 22 मरीजों के सैंपल की जांच इन जानकारी नहीं रहने वाले टेक्नीशियनों ने ही की, जबकि सीनियर लैब टेक्नीशियन शीलभद्र ने केवल सैंपल निकालने का काम किया. अस्पताल अधीक्षक ने पाया गंभीर अंतर मंगलवार को मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ अविलेश कुमार ने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान सेंट्रल लैब में सीनियर टेक्नीशियन की अनुपस्थिति देख अधीक्षक बिफर गये और उन्हें बुलाया. शीलभद्र ने बताया कि उनकी ड्यूटी सैंपल कलेक्शन रूम में है, न कि सेंट्रल लैब में. इसके बाद उपाधीक्षक डॉ अजय कुमार सिंह ने क्लीनिकल पैथोलॉजी के प्रभारी से इस मामले पर चर्चा करने का निर्देश दिया.
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