ललमटिया थाना क्षेत्र के पासी टोला में आइटीबीपी असिस्टेंट कमांडेंट के सुसाइड का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. मामले में उचित कार्रवाई की मांग को लेकर मृत जवान की बहन रजनी भारती अपनी भतीजी समेत कुछ लाेगाें के साथ गुरुवार को आइजी कार्यालय तक ललमटिया के पूर्व थानेदार पर कार्रवाई की मांग को लेकर शांतिपूर्ण कैंडल मार्च निकाला. दरअसल, उक्त जवान अपनी बहन की बेइज्जती से आहत होकर आत्महत्या की थी. उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें ललमटिया थाना तत्कालीन प्रभारी राजीव रंजन को जिम्मेदार ठहराया था. लंबे समय बीत जाने पर काई कार्रवाई नहीं होने पर शिकायत लेकर आइजी कार्यालय पहुंचकर बहन ने शिकायत की. रजनी ने बताया कि उनका भाई आयुष दीपक (46) आइटीबीपी का असिस्टेंट कमांडेंट था और उसकी पोस्टिंग पटियाला में थी. बताया कि 18 मई को पासी टोला इलाके पुलिस की छापेमारी के दौरान महिलाओं के साथ मारपीट हो रही थी. इसका कारण पूछने पर बड़ी बहन ज्योति भारती से पुलिस का विवाद हुआ था. इस दौरान पुलिस ने दुर्व्यवहार करने के साथ जेल भी भेज दिया था. बहन के साथ हुए दुर्व्यवहार से भाई सदमे में आया और आत्महत्या कर ली. महिला ने बताया कि वह लोग काफी देर से बारिश में खड़े रहे फिर रेंज आइजी विवेक कुमार से मुलाकात हुई. उन्होंने पीड़ित पक्ष को कार्रवाई को आश्वासन दिया है. कहा कि अगर आइजी कार्रवाई नहीं करते हैं तो पटना डीजीपी से न्याय की गुहार लगाउंगी.
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