बबरगंज थाना क्षेत्र के हसनगंज सकरूल्लाचक निवासी रवि चौधरी हत्याकांड मामले में पुलिस ने शातिर अपराधी मोहल्ले के ही शुभम सोनार उर्फ छेदी सहित तीन आराधियों को घटना के महज चार घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किये गये आरोपितों में कुतुबगंज निवासी टुनटुन यादव का पुत्र सुजीत कुमार उर्फ मजा, नवगछिया के भवानीपुर नारायणपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर निवासी प्रमोद शर्मा का पुत्र शिवम कुमार है. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल को जब्त कर लिया है. मामले की प्राथमिकी मृतक की पत्नी गुंजा देवी के फर्द बयान के आधार पर दर्ज की गयी है. इसमें गिरफ्तार लोगों के अलावा तीन लोगों में सुरेश चौधरी के पुत्र अजय चौधरी, दिनेश चौधरी के पुत्र राजा चौधरी और भूषण चौधरी के छोटे बेटे को नामजद किया गया है. एसएसपी हृदयकांत ने बताया है कि चार घंटे के अंदर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. मोमोज रेस्टोरेंट से रवि को किया अगवा, शुभम सोनार के घर पर की गयी हत्या इस बारे में बताया जा रहा है कि रवि चौधरी रविवार (26 अक्तूबर) की शाम को बूढ़ानाथ रोड पर एक रेस्टोरेंट में अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मोमोज खाने आया. इसी दौरान शुभम सोनार, सुजीत और शिवम ने हथियार के बल पर रवि को अगवा कर लिया. मोटरसाइकिल पर बैठा कर शुभम के घर पर लाया. शुभम सोनार के घर पर सभी आरोपितों ने मिल कर लोहे के रड, देसी पिस्टल के बट से रवि की जबरदस्त पिटाई कर दी. उसका गला भी दबाया. फिर उसे मरा हुआ समझ कर मिरजानहाट रोड पर फेंक दिया. जैसे ही पुलिस को मामले की सूचना मिली, पुलिस मौके पर पहुंची. रवि को उठा कर सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत को गंभीर बताते हुए जेएलएनएमसीएच भेजा गया. जेएलएनएमसीएच में इलाज के क्रम में रवि की मौत हो गयी. दिनेश चौधरी की हत्या मामले में अभियुक्त का रवि, जा चुका था जेल 16 जुलाई, वर्ष 2019 की सुबह अपराधियों ने सकरूल्लाचक निवासी जमीन कारोबारी दिनेश चौधरी की गोली मार कर हत्या कर दी थी. हत्या के बाद कुल 12 लोगों को नामजद किया गया था, नामजदों में एक रवि चौधरी भी था. रवि इस मामले में जेल भी जा चुका था. इन दिनों वह कोलकाता में रह कर एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था. वह दीपावली में घर आया हुआ था. रवि की हत्या में भी दिनेश चौधरी के पुत्र राजा चौधरी को नामजद किया गया है. पुलिस भी मान रही है कि हत्यारों ने दिनेश चौधरी की हत्या के बदले रवि की हत्या कर दी. रवि की हत्या दिनेश चौधरी की हत्या से जुड़ी एक कड़ी मानी जा रही है. दिनेश चौधरी की हत्या का कारण छेड़खानी का विरोध करना बताया गया था. हालांकि हत्या के कुछ और भी कारण सामने आये थे. स्थानीय लोगों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शुरू हुए इस रंजिश में और लोगों की भी जान जा सकती है. रोकथाम के लिए पुलिस को कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है. शुभम सोनार उर्फ छेदी का रहा है आपराधिक इतिहास रवि चौधरी की हत्या में आरोपित शुभम सोनार उर्फ छेदी का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. 13 जनवरी, वर्ष 2021 को हुए सकरूल्लाचक निवासी पंकज कुमार चौधरी हत्याकांड में वह नामजद आरोपित है. 2022 में 19 सितंबर को हुए सूर्यलोक कॉलोनी बागबाड़ी निवासी अमरेंद्र कुमार सिंह हत्याकांड में भी शुभम आरोपित है. इसके अलावे शुभम आर्म्स एक्ट के मामले में भी आरोपित है. छापेमारी अभियान का लीड हबीबपुर के थानाध्यक्ष पंकज कुमार राउत, बबरगंज के थानाध्यक्ष रविशंकर कुमार कर रहे थे. छापेमारी में अन्य पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल शामिल थे.
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