– कोतवाली चौक के समीप श्री दिगंबर जैन मंदिर में श्रद्धा भक्तिपूर्वक मनाया गया श्रुत पंचमी पर्व
वरीय संवाददाता, भागलपुर
कोतवाली चौक समीप श्री दिगंबर जैन मंदिर में शनिवार को श्रुत पंचमी पर्व श्रद्धा भक्तिपूर्वक मनाया गया. वरिष्ठ जैन श्रद्धालु अशोक पाटनी ने कहा कि श्रुत पंचमी ज्ञान की आराधना का महान पर्व है. भगवान महावीर के अहिंसा दर्शन को आज से 2000 वर्ष पहले लिखित ग्रंथ के रूप में पहली बार आज के ही दिन प्रस्तुत किया गया. इससे पूर्व लिखने की परंपरा नहीं थी, उसे सुन कर ही स्मरण किया जाता था. इसलिए उसका नाम श्रुत था. आज के दिन श्रुत परंपरा लिपिबद्ध परंपरा के रूप में षटखंडागम नामक ग्रंथ सामने आया. श्रुत पंचमी यानी ज्ञान अमृत पर्व. दुर्लभ ग्रंथ की शुरुआत का पर्व है श्रुत पंचमी. संतों की वाणी पढ़ने सुनने की प्रेरणा देने का पर्व है.निकाली गयी भव्य शोभायात्रा
इससे पहले प्रातः 6.00 बजे मंगल पाठ हुआ. श्रुत स्कंध का अभिषेक किया गया. जैन मंदिर से शोभायात्रा निकाली गयी. इसमें बड़ी संख्या में महिला-पुरुष स्तुति गाते हुए मस्तक पर ग्रंथ रख कर चल रहे थे. शोभायात्रा मारवाड़ी टोला लेन से कोतवाली चौक, डॉ राजेंद्र प्रसाद रोड होते हुए वापस कोतवाली चौक जैन मंदिर पहुंची. शांति धारा प्रतीक अर्पित अजमेरा ने किया. प्रथम अभिषेक राजीव पाटनी ने किया. सिद्धक्षेत्र मंत्री सुनील जैन ने श्रुत पंचमी की बधाई दी. इस मौके पर विजय रारा ,पदम पाटनी ,धर्मचंद गंगवाल ,शंकर लाल जैन, जय कुमार काला, सुभाष छाबड़ा, सुमंत पाटनी, पवन गंगवाल, मनोज पाटनी, संजय गंगवाल, संजय पाटनी, सिद्धार्थ विनायका आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है