जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मेडिसिन विभाग के सभागार में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एआरटी सेंटर द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर अस्पताल अधीक्षक डाॅ अविलेश कुमार, पूर्व प्राचार्य डाॅ हेमशंकर शर्मा, विभाग के एचओडी एवं सेंटर के कर्मचारी उपस्थित रहे. अस्पताल अधीक्षक डाॅ अविलेश कुमार ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों में एचआईवी के प्रति जागरूकता फैलाना है. उन्होंने बताया कि 95 प्रतिशत लोग इलाज, जांच और रोग के प्रति सही जानकारी प्राप्त करे, इस पर जोर दिया जा रहा है. डॉ कुमार ने कहा कि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ भोजन करने, साथ रहने या चुंबन करने से यह रोग नहीं फैलता, यह आम भ्रांतियां हैं. उन्होंने आगे कहा कि यदि किसी व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद संक्रमण का खतरा होता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसे मामलों में एआरटी सेंटर द्वारा सात से 21 दिन की दवा दी जाती है, जिससे संक्रमण रोका जा सकता है. सेंटर में लगातार एचआईवी संक्रमित माता-पिता से स्वस्थ शिशुओं का जन्म हो रहा है. पूर्व प्राचार्य डाॅ हेमशंकर शर्मा ने भी उपस्थित लोगों को विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति एचआईवी का शिकार हो जाता है, तो उसे जीवनभर दवा का सेवन करना होता है. नियमित दवा लेने से मरीज सामान्य जीवन जी सकता है.
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