भागलपुर समेत बिहार के अधिकांश जिलों में टीका की आपूर्ति नहीं हो रही
वरीय संवाददाता, भागलपुर
शहर के सदर अस्पताल समेत जिले के अधिकांश सरकारी अस्पतालों में बच्चों को रोटा वायरस की वैक्सीन नहीं पड़ रही है. परिजन अपने बच्चों को टीका दिलाने के लिए विभिन्न अस्पतालों का चक्कर काट रहे हैं. बरारी निवासी अतुल कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल समेत सभी शहरी पीएचसी में वैक्सीनेशन के लिए गये लेकिन कहीं भी रोटा वायरस वैक्सीन का डोज नहीं मिल रहा है. शनिवार को सदर अस्पताल में अपने डेढ़ माह के बच्चे को वैक्सीनेशन कराने आयी तिलकामांझी निवासी बेबी कुमारी ने बताया कि बच्चे को रोटा वायरस का वैक्सीन नहीं पड़ा. वहीं, सदर अस्पताल के टीकाकरण केंद्र से जानकारी मिली कि एक माह से डोज नहीं मिल रहा है. बिहार के सभी जिलों का यही हाल है. वहीं, जिला प्रतिरक्षण कार्यालय से सूचना मिली कि देश में रोटा वायरस वैक्सीन की आपूर्ति जेनेवा से होती है. वहां से आपूर्ति में विलंब हुआ. इस कारण दिल्ली मुख्यालय से बिहार को इस वैक्सीन की आपूर्ति में देरी हुई. मामले पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी धनंजय कुमार ने बताया कि रोटा वायरस वैक्सीन की आपूर्ति सोमवार तक होगी. मंगलवार से वैक्सीनेशन शुरू होगा.शिशुओं को उल्टी व दस्त से बचाता है यह वैक्सीन
रोटावायरस वैक्सीन बच्चों को रोटावायरस संक्रमण से बचाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक वैक्सीन है, जो उल्टी, दस्त और बुखार का कारण बनती है. यह वैक्सीन आमतौर पर शिशुओं को दो, चार व छह महीने की उम्र में तीन खुराकों में दी जाती है. रोटावायरस संक्रमण शिशुओं और छोटे बच्चों में बहुत आम है. यह गंभीर डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है. रोटावायरस वैक्सीन रोटावायरस संक्रमण को रोकने में बहुत प्रभावी है. रोटावायरस वैक्सीन एक मौखिक घोल के रूप में दी जाती है. स्वास्थ्य सेवा प्रदाता वैक्सीन को बच्चे के मुंह में बूंदों के रूप में डालते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है