वार्ड 12 अंतर्गत नाथनगर कबीरपुर स्थित चंपापुर दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य की पंचकल्याणक भूमि है. यहां सालोंभर देश-विदेश के जैन श्रद्धालु हजारों की संख्या में आते हैं. खास मौके चातुर्मास में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु आ रहे हैं. इतना ही नहीं जैन संत व साध्वी का आगमन लगातार हो रहा है. बावजूद इसके आसपास के क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं सड़क, नाला, पेयजल, बिजली, सफाई की बेहतर व्यवस्था नहीं है. खासकर बरसात में अब भी जैन सैलानियों को जलजमाव से मुक्ति नहीं मिली है. ठेहुनाभर पानी में घुसकर सड़क पर चलना पड़ रहा है, जबकि दो साल पहले करोड़ों की लागत से सड़क व नाला का निर्माण कराया गया. यदि जैन मंदिर के आसपास मूलभूत सुविधा बढ़ जायेगी तो यह संख्या और बढ़ जायेगी. इसके अलावा जाम से आमलोगों के साथ जैन सैलानियों को रोज जूझना पड़ रहा है. उक्त बातें कबीरपुर स्थित श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र में आयोजित प्रभात खबर आपके द्वार में स्थानीय व जैन समाज के लोगों ने समस्या व समाधान पर चर्चा करते हुए कही. 2016 में 2.37 करोड़ का हुआ था आवंटन
2016 में नगर विकास विभाग की ओर से 2.37 करोड़ की राशि का आवंटन कर दिया गया है. इसके बाद पांच बार टेंडर हुआ, लेकिन निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया. शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं से लेकर प्रबुद्धजनों ने अलग-अलग मंचों पर मंत्री व प्रशासनिक पदाधिकारियों से कई बार इसकी मांग उठा चुके हैं. कबीरपुर-नाथनगर स्थित भगवान वासुपूज्य का सिद्धक्षेत्र जैन मंदिर के सामने नाला व सड़क निर्माण कार्य दो साल पहले पूरा करने का दावा किया गया. सड़क व नाला निर्माण देखने से ऐसा नहीं लगता है कि यह दो साल पहले बनी हैं. नाला तो जैन मंदिर के समीप कच्चा पड़ा है. जहां सड़क का निर्माण कराया गया, वहां सीमेंट व गिट्टी उखड़ने लगी है. ऐसे में देखने से लग रहा है कि यह वर्षों पुरानी सड़क है.
सुनील जैन, सिद्धक्षेत्र मंत्री
विश्व के जैन तीर्थयात्रियों के लिए दिगंबर सिद्धक्षेत्र महत्वपूर्ण स्थान है. यहां की सड़क अब भी सबसे खराब है. दो साल पहले बनी सड़क गड्ढों में तब्दील हो गयी है. तारकोल डालकर अपनी कमी को ढंक दिया गया.
ऋषभ जैनदेश के विभिन्न स्थानों से आने वाले लोगों को तीर्थ क्षेत्र आने पर असुविधा हो रही है. यह स्थिति प्रदेश और नगर प्रशासन पर प्रश्नचिह्न खड़ा करती है. सड़क किनारे पेवर्स टाइल्स बेहद घटिया लगायी गयी थी.
आशीष जैनसड़क किनारे बने नाला गाद से ढंक गया, जहां ढक्कन हटाया गया, उसे लगाया नहीं गया. इससे आमलोगों व तीर्थयात्रियों को चलने में असुविधा हो रही है. बुजुर्गों को पैदल चलने में परेशानी हो रही है.
राजकुमार
सफाई व्यवस्था बिल्कुल लचर है. नाले गंदगी से भरे रहते हैं और बरसात में पानी निकासी घंटों तक नहीं हो पाती. सिद्धक्षेत्र तीर्थ जैसी पवित्र जगह पर इस तरह की स्थिति श्रद्धालुओं को ठेस पहुंच रही है.शांति कुमार जैन
वार्ड 12 में जगह-जगह स्ट्रीट लाइट की सुविधा नहीं है. इससे पूरा वार्ड अंधेरा में डूबा रहता है. हाई मास्ट लाइट की व्यवस्था तत्काल होनी चाहिए, ताकि नागरिक सुरक्षित महसूस कर सकें. संगीता जैनहाल के दिनों में नाथनगर मुख्य मार्ग से लेकर जैन मंदिर सड़क व आसपास के क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं बढ़ गयी है. इसे लेकर प्रशासन को गश्ती बढ़ने की जरूरत है. चोरी व अनहोनी का भय हमेशा बना रहता है.
राकेश जैन
नाथनगर चौराहे पर जाम और अतिक्रमण इतना बढ़ गया है कि यात्रियों की गाड़ियां समय पर तीर्थ नहीं पहुंच पाती. श्रद्धालु घंटों सड़क पर फंसे रहते हैं. प्रशासन को चौक-चौराहे को अतिक्रमण मुक्त करना चाहिए. रेखा जैन भागलपुर में हवाई सेवा की कमी सबसे बड़ी समस्या है. बड़े उद्योगपति और व्यस्त लोग सड़क मार्ग की कठिनाइयों के कारण यहां आने से बचते हैं. हवाई सेवा उपलब्ध हो तो विदेश के सैलानी आयेंगे. कल्पना जैनभागलपुर में मेडिकल सुविधाओं की कमी से तीर्थयात्रियों में भय बना रहता है. यह तीर्थ देश-विदेश से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है, इसलिए उच्च स्तरीय स्वास्थ्य केंद्र की जरूरत है.
मंजू जैन
पार्किंग स्थल की नाथनगर में पर्याप्त व्यवस्था नहीं है. गाड़ियां सड़क पर खड़ी करनी पड़ती हैं. इससे जाम की स्थिति बनती है. साथ ही शौचालय नहीं होने से लोगों को भारी असुविधा होती है.कृतिका जैन
चंपापुर सिद्धक्षेत्र ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है. पर्यटन विभाग की ओर से प्रचार-प्रसार और विकास कार्य नहीं किया जाता है. सरकार इच्छाशक्ति दिखाए तो यह स्थल विश्व पर्यटन मानचित्र पर प्रमुख स्थान पा सकता है.शुद्धातम
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