मायागंज अस्पताल परिसर में रीजनल ड्रग स्टोरेज सेंटर बनेगा. इस सेंटर से मायागंज समेत भागलपुर व आसपास के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में दवा की आपूर्ति की जायेगी. इस समय मायागंज अस्पताल में दवा खत्म होने के बाद पटना मुख्यालय से मांग की जाती है. इसमें कई बार विलंब हो जाता था, वहीं मरीजों के इलाज में परेशानी होती थी. मामले पर अस्पताल अधीक्षक डॉ हेमशंकर शर्मा बताया कि राज्य सरकार ने दवा के भंडारण के लिए रीजनल ड्रग स्टोरेज सेंटर की स्वीकृति दे दी है.
डेढ़ साल से चल रहा काम, अबतक पूरा नहीं :
फैब्रिकेटेड ड्रग स्टोरेज सेंटर को जिस जगह बनाया जा रहा है, पहले इसे अस्पताल बनना था. अब इस परिसर में अस्पताल की जगह ड्रग सेंटर बनेगा. यहां मरीजों की इलाज की बजाय अब दवा का भंडारण होगा. दूसरा फैब्रिकेटेड वार्ड को पूर्णिया से शिफ्ट कर भागलपुर लाया गया था. इसका काम भी करीब डेढ़ साल पहले शुरू हुआ था. लेकिन अबतक सिर्फ कंक्रीट का नींव ही तैयार हुआ है. इस यूनिट का निर्माण स्वास्थ्य विभाग के बीएमएसआइसीएल की ओर से हो रहा है. यह प्रोजेक्ट राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़ा हैडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है