नवगछिया अनुमंडल क्षेत्र में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. मक्का की खेती करने वाले किसानों की कमर टूट गयी है. अनुमंडल क्षेत्र के रंगरा प्रखंड के सधुआ, चापर, मदरौनी, जहांगीरपुर बैसी, तीनटंगा दियारा दक्षिण, तीनटंगा दियारा उत्तर सहित दर्जनों गांव में खेती योग्य किसानों की जमीन बारिश और जल जमाव से बुरी तरह प्रभावित है. किसानों का कहना है कि कुछ दिन पहले तक बाढ़ का पानी खेतों में जमा था, जो अभी हाल ही में निकला ही था कि फिर से लगातार बारिश ने खेतों में पानी भर दिया. खेत की मिट्टी दलदली हो गयी है. खेत बोआई करने की स्थिति नहीं है.
किसान मनोज साह, बुचकुन मंडल और गिरधारी यादव ने बताया कि मक्का की बोआई का समय निकलता जा रहा है. अगर आने वाले दिनों में मौसम साफ नहीं हुआ, तो समय पर बुवाई संभव नहीं हो पायेगी, जिससे पूरे सीजन की फसल प्रभावित हो सकती है. किसानों ने बताया कि मक्का की खेती से उन्हें हर साल कुछ आमदनी हो जाती थी, लेकिन इस बार लगातार बारिश और जल जमाव से भारी नुकसान का अंदेशा है. अगर जल्द बारिश नहीं रुकी और पानी की निकासी की उचित व्यवस्था नहीं हुई, तो खेतों में जमे पानी से मिट्टी की ऊपज क्षमता भी घट जायेगी. कृषि विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. किसान प्रशासन से जलनिकासी व राहत की मांग कर रहे हैं.
किसानों की मांग
खेतों से पानी की निकासी की व्यवस्था की जायेमक्का बीज व खाद पर सरकारी अनुदान मिले. प्रभावित किसानों के लिए क्षति सर्वे करा मुआवजा दिया जाए.
खराब मौसम से खेती पर संकट, किसानों की उम्मीद अब मौसम खुलने और प्रशासनिक मदद पर टिकी.मोंथा तूफान से जनजीवन अस्त-व्यस्त
मोंथा तूफान से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. शुक्रवार की दोपहर बाद से तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश देर रात तक होने से गांव की गलियों व सड़कों पर पानी जमा होने से ग्रामीण अपने घरों में दुबके रहे. किसान मनोज कुंवर, बट्टू दास, होरिल, चन्द्रमोहन यादव ने बताया कि अगस्त से ही खेतों में बाढ़ का पानी फंसा था. दीपावली के बाद पानी निकलना शुरु हुआ था. खेत पूरी तरह से सूखा भी नहीं था कि पुनः मूसलाधार बारिश होने के खेत फिर से गीला हो गया. बिना खेत सूखे जुताई व बुआई समय पर नहीं हो सकेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

