शाहकुंड प्रखंड क्षेत्र में चार दिनों तक रुक-रुक कर हुई मूसलाधार बारिश से धान व मसूर की फसल को क्षति पहुंची है. किसान बारिश थमने के बाद खेत में लगी फसल को देख हताश हो गये हैं. धान की फसल खेतों में गिर गयी है और पानी का बहाव ऊपर से हो रहा है. हरपुर गांव के किसानों ने एक सप्ताह पूर्व मसूर की बुवाई की थी. तेज बारिश से खेतों में जल जमाव से मक्का की फसल पानी की चपेट में हैं. बारिश से खेतों में पानी भर गया है और फसल की बुवाई संभव दिखाई नहीं पड़ने से किसान परेशान हैं. किसानों को खेतों में पानी देख कोई वैकल्पिक उपाय उन्हें दिखाई नहीं दे रहा है. प्रखंड के किसानों के लिए खेती आय का स्रोत है. किसानों को पहले बाढ़ के पानी से धान की फसल चौपट हुई और अब बारिश से रोजी रोटी पर संकट खड़ा हो गया है.
असमय बारिश से फसलें खराब, जांच के आदेश
कहलगांव प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार चार दिनों तक हुई वर्षा से फसलों का काफी नुकसान हुआ है. किसानों ने दर्जनों एकड़ जमीन में लगायी गयी दलहन व तेलहन की फसलें जल जमाव से खराब हो गयी है. प्रखंड के धनौरा पंचायत के चायटोला के किसान दिवाकर सिंह, बमबम सिंह, रवि सिंह, रामानंद मंडल, नरेश कुमार, संजय मंडल सहित अन्य किसानों ने बताया कि हमने खेतों में मटर, सरसो, मक्का की खेती की थी, लेकिन असमय वर्षा से खेत में छोटे-छोटे पौधे जल जमाव से नष्ट होने की स्थिति में हैं. धनोरा पंचायत के किसान सलाहकार व सीओ सुप्रिया को फसल नुकसान की जानकारी दी गयी है. सीओ ने विभागीय कर्मचारी से जांच कराने का आश्वासन दिया है. किसानों ने कहा कि जब तक विभाग की ओर से जल जमाव का आंकलन किया जाएगा, तब तक रबी फसल लगाने का समय समाप्त हो जायेगा.बर्बाद हो गयी खेत में लगी परवल का लत्ती
नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत शाहपुर सीलिंग दियारा, बिहपुर का सोनवर्षा दियारा व गंगा पार अमरी-विशनपुर दियारा में खेत में लगे परवल का बिचड़ा नष्ट होने से किसान परेशान हैं. विशनपुर के किसान शंभु मंडल बताते हैं कि आठ-सोलह हजार रुपये बीघा जमीन लीज पर लेकर परवल की खेती करने हैं. मोंथा चक्रवात में भारी बारिश से अलग-अलग क्षेत्र के किसानों का लगभग पचासों बीघा परवल की खेती नष्ट हो गयी है. शाहपुर के राजो मंडल का छह बीघा, हुलो मंडल का तीन बीघा, भरतखंड पनदही दुधैला के चानो मंडल का चार बीघा, इंदर मंडल, सिताबी मंडल व मनोज मंडल सहित अन्य किसानों की परवल का खेती चौपट हो गयी है. किसान अब नये सिरे से परवल की लत्ती लगायेंगे. इधर आशाटोल, बलाहा, नारायणपुर, रायपुर में भी धान की फसल बर्बाद हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

