मारवाड़ी कॉलेज भागलपुर के अर्थशास्त्र विभाग में शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस पर संगोष्ठी आयोजित की गयी. अध्यक्षता प्राचार्य प्रो डॉ संजय कुमार झा ने की. कहा कि गरीबी केवल आय की कमी नहीं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास और गरिमा से वंचित होने की स्थिति है. उन्होंने नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों में सामाजिक न्याय और असमानता जैसे मुद्दों की समझ विकसित करने की आवश्यकता बताई. टीएमबीयू के खेल सचिव डॉ संजय जायसवाल ने बहुआयामी गरीबी पर विचार रखे. डॉ एके दत्ता ने स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता को गरीबी उन्मूलन का प्रभावी उपाय बताया. डॉ स्वास्तिका दास ने नैतिकता और मानवीय दायित्वबोध के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन की बात कही. डॉ प्रभात कुमार ने ऐतिहासिक और वर्तमान संदर्भों में गरीबी उन्मूलन के लिए ठोस नीतियों की जरूरत बताई, जबकि सुश्री अदिति प्रिया ने सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और धार्मिक पहलुओं से विषय पर चर्चा की. कार्यक्रम का संचालन डॉ श्वेता ने किया. कहा कि शिक्षा व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाती है और यही गरीबी उन्मूलन का सशक्त माध्यम है. धन्यवाद ज्ञापन डॉ अमृत वर्षा ने किया. प्राचार्य प्रो झा ने अर्थशास्त्र विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्रोत्साहित किया.
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