डिप्टी कमांडेंट आयुष दीपक की आत्महत्या का मामला
चीफ इंजीनियर की पत्नी व आइटीबीपी के डिप्टी कमांडेंट की बहन को ललमटिया पुलिस द्वारा जेल भेजने व इस अवसाद में डिप्टी कमांडेंट आयुष दीपक द्वारा आत्महत्या कर लेने के मामले में तत्कालीन ललमटिया थानाध्यक्ष राजीव रंजन पर पंजाब के पटियाला में केस दर्ज हुआ था. इस केस में पूर्व थानेदार राजीव रंजन को गिरफ्तार कर लाने का आदेश कोर्ट ने पंजाब पुलिस को दिया है. राजीव रंजन के खिलाफ यह दूसरी बार गिरफ्तारी वारंट निकला है. वारंट लेकर पंजाब पुलिस बांका आयी. वहां राजीव रंजन नहीं मिले. केस के जांचकर्ता पटियाला के अर्बन एस्टेट के एएसआई गुरविंदर सिंह ने बताया कि बांका में वह एसपी से भी मिले. वहां पता चला कि राजीव रंजन पिछले एक नवंबर से विभाग में भी नहीं आये हैं. बिना सूचना के वह गायब हैं. हाजिरी रजिस्टर की भी उन्होंने जांच की. इसमें उनकी हाजिरी एक नवंबर से नहीं बनी थी. पुलिस लाइन में बताया गया कि राजीव रंजन के गायब होने की जानकारी वरीय अधिकारियों को दे दी गयी है. गुरविंदर सिंह ने बताया कि राजीव रंजन का मोबाइल फोन भी बंद मिला. गुरविंदर ने आगे बताया कि वहां से वह भागलपुर के ललमटिया थाना पहुंचे. उन्होंने ललमटिया पुलिस से डिप्टी कमांडेंट की बहन ज्योति भारती को जेल भेजने, जिस आरोप में गिरफ्तार किया है उसका सीसीटीवी फुटेज, वीडियो आदि की मांग की है. पंजाब पुलिस देर रात पासीटोला स्थित घटनास्थल पर भी गयी, जहां से ज्योति भारती को गिरफ्तार किया गया था.और दो बार लेंगे वारंट, अगर नहीं हुए सरेंडर तो भगोड़ा घोषित होंगे पूर्व थानेदारपंजाब पुलिस के एएसआई ने बताया कि उन्होंने पटियाला जिला न्यायालय से राजीव रंजन की गिरफ्तारी का दूसरी बार वारंट लिया है. और दो बार वारंट लेंगे. इसके बाद भी नहीं गिरफ्तार या सरेंडर हुए तो उन्हें भगोड़ा घोषित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि वारंट लेने के बाद वो बिहार पुलिस से राजीव रंजन की गिरफ्तारी का परमिशन भी ले चुके हैं. अब तक राजीव रंजन ने इस केस में न सरेंडर किया है और न ही अग्रिम जमानत की कोर्ट से गुहार लगायी है. उधर आइटीबीपी के भी अधिकारी लगातार इस केस में पंजाब पुलिस से अपडेट ले रहे हैं.क्या था मामलाललमटिया के पासीटोला में मई 2025 में शराब छापेमारी करने आयी पुलिस और चीफ इंजीनियर की पत्नी व आइटीबीपी के डिप्टी कमांडेंट की बहन ज्योति भारती के बीच विवाद हो गया था. ललमटिया पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया था. ज्योति ने आरोप लगाया था कि उन्हें बाल पकड़कर घसीटते हुए थाना लाया गया था. उनके कपड़े फाड़े गये. गालीगलौज व मारपीट की गयी. बहन की बेइज्जती बर्दाश्त नहीं कर पाये डिप्टी कमांडेंट ने पटियाला में ड्यूटी के दौरान ही आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में इसका जिम्मेदार ललमटिया के पूर्व थानेदार राजीव रंजन व बहन को जेल भेजने के मामले में कार्रवाई नहीं करनेवाले वरीय पुलिस अधिकारियों को ठहराया था. इस मामले में राजीव रंजन के खिलाफ केस दर्ज किया गया था.
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