सुलतानगंज नगर परिषद की सफाई एजेंसी के कर्मी अपनी मांगों को लेकर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं. हड़ताल से नगर परिषद क्षेत्र के सभी 28 वार्डों में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण और उठाव का कार्य पूरी तरह ठप है. पूरे शहर में जगह-जगह कचरे का अंबार लग गया है और दुर्गंध फैलने लगी है. बार-बार सफाई कर्मियों की हड़ताल से शहरवासी परेशान है. श्रावणी मेला संपन्न होने के बाद भी भादो मास में प्रतिदिन करीब 20 से 25 हजार कांवरिया जल भरने सुलतानगंज पहुंच रहे हैं. सफाई व्यवस्था चरमराने से चौक-चौराहों और मोहल्लों में गंदगी पसरी है. मुख्य बाजार, स्टेशन चौक, दिलगौरी मोड़, बायपास रोड, कृष्णगढ़ चौक, ध्वजागली, गंगा घाट और अन्य इलाकों में कूड़ा जमा है. तीज पर्व पर कचरा से लोगो का परेशानी हुई. सड़क पर बिखरे कचरे से आमजन और कांवरियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शहरवासियों ने सफाई एजेंसी और नप प्रशासन के प्रति नाराजगी जाहिर की है. सफाई कर्मियों की हड़ताल को देखते हुए नगर परिषद सक्रिय हो गया है. स्वच्छता पदाधिकारी अमित कुमार भगत ने बताया कि एजेंसी के हड़ताल पर जाने के बाद परिषद के छह स्थायी सफाई कर्मियों से प्रमुख स्थानों की सफाई करायी जा रही है. उपमुख्य पार्षद नीलम देवी ने बताया कि सफाई कर्मियों को मानदेय नही मिलने से समस्या हो रही है, जिससे कर्मी हड़ताल पर जा रहे है. समय पर सफाई कर्मी को मानदेय देने की बात कही. मुख्य पार्षद राजकुमार गुड्डू ने सफाई कर्मियों के बार-बार हड़ताल करने पर नाराजगी जतायी. कार्यालय के प्रधान सहायक ने बताया कि पुराने पीएफ और मासिक भुगतान प्रावधान की मांग को लेकर हड़ताल पर गये हैं. मुख्य पार्षद ने बताया कि कार्यालय प्रधान का कहना है कि 11 अगस्त को जुलाई माह का भुगतान एजेंसी के खाते में कर दिया गया है. अति शीघ्र नयी एजेंसी का चयन किया जायेगा या फिर नगर परिषद स्वयं सफाई कार्य शुरू करेगा, ताकि शहर की स्वच्छता व्यवस्था सामान्य हो सके.
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