दिवाली का त्योहार आते आते ही भागलपुर में जुआ खेल में वृद्धि हो जाती है. शहर के अधिकांश इलाकों में कारोबार तेजी से बढ़ बढ़ रहा है. कुछ पुराने जुआरी चोरी-छिपे ताश की पत्तियों के साथ नकदी लेकर ऑफलाइन तरीके से जुआ खेलते हैं, वहीं युवा वर्ग ऑनलाइन जुए की चपेट में आ रही है. जिले के विभिन्न इलाकों में जुआ का कारोबार बढ़ता जा रहा है, जो पुलिस के लिए चुनौती बनी है. ऑनलाइन जुआ का कारोबार बढ़ने के साथ कुछ गिरोह भी सक्रिय हो गए हैं. पुलिस इन गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई में विफल है. ऑफलाइन जुआ खेलने वालों के खिलाफ पुलिस ताश की पत्तियां, नकदी आदि की बरामदगी के बाद कार्रवाई करती है, लेकिन ऑनलाइन खेल को ऑपरेट करने वालों की पहचान करना कठिन हो रहा है. मोबाइल के माध्यम से होने वाले इस खेल में आरोपियों की पहचान सामान्य तरीके से करना संभव नहीं होता. भागलपुर के सरमसपुर सिकंदरपुर, ईशाकचक, लोदीपुर, नाथनगर, चंपानगर, खंजरपुर, बरारी, आदमपुर, तातारपुर और अन्य इलाकों में ऑनलाइन जुआ खेलने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. कई जगहों पर किराए का कमरा लेकर ऑनलाइन जुआ का संचालन किया जा रहा है. जबकि कम समय में ज्यादा पैसा कमाने की चाह में युवा बर्बाद हो रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना कि अष्टमी पूजा के बाद ही जुआ का खेल शुरू हो जाता है. गली-मोहल्ले में लाेग सड़क किनारे पुलिस से बचकर खेलते हैं. स्थानीय लोगों का कहना कि जुआ समाज में गलत प्रभाव पड़ रहा है. पुलिस को मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिये.
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