– मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के बेलखोरिया से 26 अप्रैल को हुआ था 166 किलो गांजा बरामद
नमन कुमार चौधरी, नाथनगर
मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के बेलखोरिया के एक बगीचे से 26 अप्रैल को 166 किलो गांजा बरामदगी मामले की जांच में पुलिस को कई चौंकने वाले तथ्य मिल रहे हैं. इसमें एक ऐसे भी शख्स का नाम आ रहा है जो पेशे से शिक्षक है लेकिन गांजा तस्करी में लिप्त है. गांजा तस्करी मामले में गिरफ्तार आरोपित इमरान से पूछताछ और उसके पास से मिले कागजात के आधार पर पुलिस ने पाया कि उक्त तस्करी का तार उसके एक निकट संबंधी बांका जिला के नवादा थाना क्षेत्र निवासी शिक्षक से जुड़ रहा है. वह तस्करी का सबसे बड़ा सरगना है. उक्त शिक्षक भागलपुर जिले में नौकरी कर रहा है.इधर, गिरफ्तार तस्कर इमरान से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने पाया कि उक्त शिक्षक अपने दो अन्य संबंधियों के साथ मिल कर जगदीशपुर, गोराडीह, शाहकुंड, नाथनगर और रजौन के इलाके में गांजा की तस्करी करता है. हालांकि, 166 किलो गांजा बरामदगी मामले में इमरान तो जेल चला गया है पर तस्करी के आरोपित शिक्षक सहित उनके दो निकट संबंधी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस के मुताबिक इमरान के मोबाइल का सीडीआर निकाला गया, तो दोनों संबंधियों की मिलीभगत सामने आयी.बाइक से मिले सर्विस बुक में लिखे मोबाइल नंबर से खुला राज
पुलिस ने बेलखोरिया के घने बगीचे से 26 अप्रैल की रात गांजा बरामद किया था. उक्त स्थल से एक बाइक भी जब्त की गयी थी जो तस्करों की पहचान व गिरफ्तारी का बड़ा कारण बनी. गांजा बरामदगी के तुरंत बाद सजौर के दरियापुर निवासी इमरान का नाम सामने आया था. उसकी बाइक की डिक्की से एक सर्विस बुक मिला. इसमें लिखित मोबाइल नंबर का काॅल रिकार्ड निकाला गया, तो उक्त नंबर इमरान के निकट संबंधी का निकला. बारीकी से जांच में उक्त शिक्षक का तार तस्करी से जुड़ा पाया गया. पुलिस सूत्रों कि मानें तो गांजा बरामदगी के दिन उक्त शिक्षक, उसका साला और इमरान का मोबाइल लोकेशन मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र में ही था. उक्त तीनों लोग झारखंड से गांजा की तस्करी करते हैं. मधुसूदनपुर में जो गांजा बरामद हुआ वो करीब 25 लाख रुपये का बताया जाता है.इमरान के पर्स से मिला लाखों के हिसाब-किताब का चिट्ठा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गांजा बरामदगी मामले में तीन मई को जब इमरान की गिरफ्तारी हुई और पूछताछ हुई तो वो ज्यादा कुछ नहीं बता रहा था. तलाशी के दौरान उसके पर्स से एक चिट्ठा मिला जिसमें गांजा खरीद बिक्री का लाखों रुपये लेनदेन का हिसाब मिला. उस आधार पर पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो उसने खुद को पैडलर मात्र बताया. सरगना अपने संबंधी शिक्षक को बताया है. जानकारी के मुताबिक सरगना का अन्य भाई भी इस मामले में संलिप्त है. गांजा की खेप लेने के लिए चार चक्का से कुछ लोग बगीचा आये थे जो पुलिस को देख कर गांजा छोड़ कर फरार हो गये थे. मधुसूदनपुर थानाध्यक्ष सफदर अली ने बताया कि इस मामले में इमरान नाम के व्यक्ति को जेल भेजा गया है. उसने पूछताछ में कुछ बड़े तस्करों का नाम बताया है जिसमें एक व्यक्ति शिक्षक बताया जाता है. मामले की जांच की जा रही है. इसमें शामिल सभी तस्करों पर कार्रवाई होगी. तस्कर गिरफ्तार किये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है