आरफीन, भागलपुर टीएमबीयू को छात्र-छात्राएं अब दूसरे राज्यों के सांस्कृतिक कार्यक्रम, भाषा सहित राष्ट्र सेवा की भावना से प्रेरित होंगे. दरअसल, टीएमबीयू की मेजबानी में एनएसएस का सात दिवसीय आवासीय राष्ट्रीय एकता शिविर (नेशनल इंटीग्रेशन कैंप) आयोजित की जायेगी. इसमें 20 राज्यों से करीब 200 स्वयंसेवक भाग लेंगे. विवि में संभवत: फरवरी में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. इसे लेकर भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक विनय कुमार ने टीएमबीयू के रजिस्ट्रार को पत्र लिखा है. जिसमें कहा कि टीएमबीयू में सात दिवसीय आवासीय राष्ट्रीय एकता शिविर का आयोजन दिसंबर से फरवरी के बीच करा सकते हैं. साथ ही कई बिंदुओं पर निर्देश भी दिया गया है. एकता शिविर में कर्नाटक, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, सिक्किम, गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एंड कश्मीर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि राज्य के शामिल होने की संभावना है. बता दें कि टीएमबीयू को दूसरी बार राष्ट्रीय एकता शिविर के मेजबानी का मौका मिला है. वर्ष 2003 में पूर्व कुलपति डॉ राम आश्रय यादव के कार्यकाल में आयोजन हुआ था. शैक्षणिक, सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधि को जानेंगे शिविर में भाग लेने आने विद्यार्थियों से टीएमबीयू के विद्यार्थी शैक्षणिक, सामाजिक व सांस्कृतिक स्तर पर गतिविधियों को जानेंगे. सात दिनों तक भाषा, नृत्य व लोक कथा सहित राष्ट्रीय एकता पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम होंगे. इसके अलावा झांकी निकाली जायेगी. बताया जा रहा है कि भागलपुर के छठ पूर्व, मंजूषा कला, झिझिया नृत्य, विषहरी पूजा के बारे में भी यहां के विद्यार्थियों द्वारा बताया जायेगा. युवाओं का सर्वांगीण विकास होगा – डॉ राहुल विवि के एनएसएस समन्वयक डॉ राहुल कुमार ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं के सर्वांगीण विकास, सामाजिक व राष्ट्र सेवा के प्रति प्रेरित हों. बताया कि शिविर की तैयारी को लेकर प्रभारी कुलपति की अध्यक्षता में 24 नवंबर को एनएसएस की बैठक होनी है. बिहार में पहली बार टीएमबीयू में हुआ था शिविर विवि के पूर्व एनएसएस समन्वयक सह पूर्व डीएसडब्ल्यू प्रो राम प्रवेश सिंह ने बताया कि वर्ष 2003 में बिहार में पहली बार टीएमबीयू को राष्ट्रीय एकता शिविर का आयोजन किया गया. उस समय भी 20 राज्यों के करीब 500 विद्यार्थी शामिल हुए थे. 10 दिनों तक विभिन्न तरह के कार्यक्रम हुआ था. खास तौर पर 20 राज्यों के विद्यार्थियों द्वारा निकाली गयी झांकी आकर्षण का केंद्र रहा था.
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