सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में जांच कराने वाले मरीजों को जल्द ही सिटी स्कैन और एमआरआइ रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध करायी जायेगी. मंगलवार को प्राचार्य डॉ संदीप लाल की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक में इस निर्णय पर मुहर लगी. प्रबंधन ने इंटरनेट कनेक्टिविटी व तकनीकी संसाधनों की व्यवस्था शुरू कर दी है. हालांकि, ऑनलाइन रिपोर्ट डाउनलोड करने की सुविधा के लिए मरीजों को शुल्क देना होगा. शुल्क निर्धारण फिलहाल लंबित है. मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ लाल ने बताया कि शुल्क का निर्धारण नहीं हुआ है, लेकिन केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना के मानक के अनुसार ही चार्ज लगेगा. बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि अस्पताल में जल्द ही आइसीयू की शुरुआत होगी. शुरुआती चरण में आइसीयू की क्षमता 10 बेड रहेगी. न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी और प्लास्टिक सर्जरी विभाग में ऑपरेशन शुरू होने के बाद आइसीयू अनिवार्य हो गया है. यह सुविधा केवल सुपर स्पेशियलिटी में भर्ती मरीजों के लिए उपलब्ध रहेगी. संसाधनों की कमी के मद्देनजर अस्पताल प्रबंधन स्वास्थ्य मंत्री से सहयोग की मांग करेगा, ताकि मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके. मानव बल को लेकर शर्तें सख्त, पहले से कार्यरत कर्मियों को ही मिलेगी प्राथमिकता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मानव बल उपलब्धता को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन मंगलवार की बैठक के बाद प्रबंधन ने कार्यरत एजेंसी के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश जारी कर दिये हैं. अंग विकास परिषद को काम सौंपा गया है, लेकिन शर्त के तहत कहा गया है कि पहले से तैनात अंतरा एजेंसी के कर्मियों को प्राथमिकता देनी होगी. अस्पताल में 60 से अधिक कर्मी पहले से सेवाएं दे रहे हैं, जिनमें वार्ड अटेंडेंट, टेक्नीशियन और अन्य स्टाफ शामिल हैं. उन्हें हटाये बिना ही नये सिरे से कार्य व्यवस्था लागू की जायेगी. प्रचार्य संदीप लाल ने कहा कि अंग विकास एजेंसी को पहले से कार्यरत कर्मी को रखने को कहा गया है ताकि उन लोगों को बेरोजगार नहीं होना पड़े. यदि स्टाफ की अतिरिक्त आवश्यकता होगी तो मायागंज अस्पताल से कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर कमी पूरी की जायेगी.
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