एकादशी की पवित्र तिथि पर शनिवार को अजगैवीनगरी से श्याम भक्तों की निशान यात्रा धूमधाम से रवाना हुई. यात्रा की शुरुआत ध्वजागली से हुई, जहां विधिवत पूजा-अर्चना व कीर्तन के बाद भक्तों ने निशान लेकर यात्रा प्रारंभ की. श्याम भक्त मनोज जादुका ने बताया कि प्रत्येक माह एकादशी तिथि को सुलतानगंज से भागलपुर स्थित पुरानी खाटू श्याम मंदिर तक निशान यात्रा निकाली जाती है. यह यात्रा लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करते हुए संपन्न की जाती है. यात्रा के दौरान रास्ते में जगह-जगह स्थानीय लोगों ने भक्तों का भव्य स्वागत, पुष्पवर्षा और जलपान की व्यवस्था की. भक्तों ने श्याम नाम की गूंज और भजन-कीर्तन के साथ पूरे मार्ग को भक्तिमय बना दिया. देर शाम सभी श्याम भक्त भागलपुर स्थित पुरानी खाटू श्याम मंदिर पहुंचे, जहां आरती और प्रसाद वितरण के साथ निशान यात्रा का समापन हुआ. मौके पर दर्जनों श्याम भक्त सुलतानगंज से निशान यात्रा में मौजूद थे.
सदगुरु के चरणों में जाने से मानव का होगा उद्धार : प्रेममूर्ति नीलमणि जी
सन्हौला सनोखर बाजार स्थित कार्तिक मंडप प्रांगण में श्रीमद्भागवत कथा पुराण ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन श्री धाम वृंदावन धाम से पधारी कथा वाचिका प्रेममूर्ति नीलमणि देवी जी ने गुरु की महिमा को विस्तार पूर्वक बताया. सनोखर बाजार की विशेष परंपरा के अनुसार यजमान दंपती हरिहर तांती और रेणु देवी ने कथा वाचिका देवी नीलमणि जी को तिलक लगा कर व माल्यार्पण कर सम्मानित किया. शुकदेव जी के जन्म व राजा परीक्षित के उद्धार की कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार गुरु की शरण में जाने से राजा परीक्षित का उद्धार हुआ उसी प्रकार सदगुरु के चरणों में जाने से ही मानव जीवन का उद्धार होगा. श्रीमद्भागवत कथा से भक्ति, ज्ञान, वैराग्य तत्व की प्राप्ति होती है. सनातन संस्कृति ही मनुष्य के कल्याण का एक मात्र साधन है. कथा के दौरान आकर्षक झांकी के माध्यम से भव्य तरीके से श्री खाटू श्याम जी का जन्मोत्सव मनाया गया. वृंदावन से आये संगीतकार के भजनों को सुनकर श्रोताओं में भक्ति भावना जागृत हो उठी. बातचीत में मेला शांति समिति के सदस्यों ने बताया कि कथा के आयोजन से क्षेत्रवासी ज्ञान रूपी गंगा में डुबकी लगा रहे हैं और पूरे क्षेत्र में भक्तिमय माहौल है. मौके पर कृष्ण पांडेय, अभिराम भगत, नितिन भगत, अंकित टेकरीवाल, भीम साह, अमित गुप्ता, निक्कू महतो, प्रियांशु राज, आदित्य केडिया, अन्नु मालाकार, रुपेश, मनीष, दीपक, शिवांशु के साथ मेला समिति के सभी सदस्य व सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे.
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