विधानसभा चुनाव से पहले नगर निगम ने मतदान केंद्रों पर मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित कराने की दिशा में तेजी दिखाई है. निगम की टीमों ने निरीक्षण के बाद उन केंद्रों की पहचान की है, जहां पानी, शौचालय, बिजली या रैंप जैसी आवश्यक सुविधाओं की कमी है.
39 मतदान केंद्रों में कमी, कई बूथ अस्थायी भवनों में
निरीक्षण के दौरान यह जानकारी सामने आयी कि शहर में करीब 39 मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां एएमएफ (सुनिश्चित न्यूनतम सुविधा) अधूरी है. इनमें से 8 बूथों पर पीने के पानी की व्यवस्था नहीं, 9 बूथों पर शौचालय नहीं या जर्जर हालत में है, जबकि कई अस्थायी बूथों पर बिजली कनेक्शन और रोशनी की कमी पायी गयी.
तीन बूथ जरलाही, हुसैनाबाद और तातारपुर गोदाम में रैंप की सुविधा नहीं थी, जहां अब निर्माण या मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है.पानी, शौचालय और रैंप सुधार का काम जारी
रविवार से सभी चिन्हित केंद्रों पर नगर निगम ने त्वरित सुधार कार्य शुरू कर दिया है. जिन बूथों पर पाइपलाइन खराब थी, वहां जलापूर्ति की मरम्मत कराई जा रही है. जहां कनेक्शन देना संभव नहीं है, वहां पानी के टैंकर की व्यवस्था की जा रही है. जर्जर शौचालयों के नवीनीकरण और नये निर्माण का कार्य भी चल रहा है. बिजली विभाग की मदद से अस्थायी बूथों में लाइट और पंखे के कनेक्शन लगाये जा रहे हैं ताकि मतदान दिवस पर किसी मतदाता को असुविधा न हो.चलंत बूथों में टेंट लगाकर तैयारियां
कई मतदान केंद्र ऐसे हैं जो स्थायी भवनों में नहीं हैं. इन स्थानों पर टेंट लगाकर चलंत बूथ तैयार किये जा रहे हैं. इन टेंटों में रोशनी और बिजली की अस्थायी लाइन बिछाई जा रही है. नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि सभी सुधार कार्य 10 नवंबर तक पूरे कर लिए जायेंगे ताकि 11 नवंबर को मतदान में किसी तरह की दिक्कत न हो सके.
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