ललमटिया थाना क्षेत्र स्थित पासी टोला के जमीन कारोबारी नीरज चौधरी की हत्या की गुत्थी सुलझ चुकी है. मामले मे तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है. यूको बैंक नाथनगर का एक चपरासी भी कार्रवाई की जद में है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. सिटी एसपी राज ने रविवार को प्रेसवार्ता में मामले का खुलासा किया. शुक्रवार की रात प्लॉटर नीरज चौधरी की गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी गयी थी. लाश शनिवार सुबह मिला था.
मृतक की पत्नी का आरोप था कि पड़ोस के सूरज सहित तीन लोग पति को बाइक से ले गये थे. पति की हत्या का शक सूरज व अन्य दो पर ही था. शव मिलते ही पुलिस ने सूरज को उठाकर पूछताछ शुरू कर दी थी. सिटी डीएसपी 2 के नेतृत्व में नाथनगर इंस्पेक्टर राजीव रंजन सिंह और ललमटिया थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने तकनीकी अनुसंधान के जरिए घटना में शामिल तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. गिरफ्तार लोगों में सूरज कुमार चौधरी, विकास चौधरी, दिलीप चौधरी (सभी ललमटिया पासी टोला के निवासी) हैं.इंदर ने सूरज के साथ मिलकर बनाया था नीरज की हत्या का प्लान
सूत्रों की मानें तो तीनों गिरफ्तार अपराधियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. पूरे घटनाक्रम की जानकारी घटनास्थल पर पुलिस के साथ जाकर बदमाशों ने दी है. गिरफ्तार अपराधी सूरज ने पुलिस को बताया की साढ़े आठ लाख रुपए में नाथनगर यूको बैंक में कार्यरत चपरासी इंदर मंडल ने अपनी जमीन को बेचने का सौदा मृतक नीरज चौधरी के साथ किया था. नीरज ने इंदर को तय सौदे के तहत साढ़े आठ लाख रुपया पेमेंट कर दिया था. इसके बाद इंदर न तो जमीन दे रहा था और नहीं रुपया वापस कर रहा था. इस बीच एक दिन इंदर ने सूरज साथ मिलकर नीरज की हत्या करने का प्लान बनाया. जिसमें तय हुआ की साढ़े आठ लाख रुपये नीरज को लौटाने से बेहतर है कि कुछ राशि में उसकी हत्या करा दी जाए और बाकी रुपये का आपस में बंटवारा कर लेंगे. पैसे लेने के बहाने नीरज को घर से नाथनगर के जख बाबा स्थान के पास स्थित एक परती जमीन के पास बुलाया गया. सूरज ने बताया कि हमने, विक्की व दिलीप चौधरी से मिलकर नीरज का हाथ-पांव पकड़ा और इंदर ने पीछे से धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया. जब वह मर गया तब तीनों से वहां से भाग निकले.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

