गोराडीह प्रखंड के दर्जनों गांवों के खेतों में नहर का पानी फैलने से किसानों की रबी फसल को भारी नुकसान हुआ है. सोमवार को राजस्व कर्मचारी व किसान सलाहकार ने प्रभावित इलाकों का स्थल निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने क्षति का आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने तथा पात्र किसानों को सरकारी प्रावधान के अनुसार मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. इससे पूर्व सालपुर पंचायत के पंचायत समिति सदस्य राजीव कुमार के नेतृत्व में दर्जनों किसान सीओ कार्यालय पहुंचे और फसल क्षति के बदले मुआवजे की मांग की. किसानों ने बताया कि डैम से छोड़े गये पानी से नहर उफान पर आ गया, जिससे पानी ऊपर बह कर खेतों में फैल गया. सोमवार को भी कई इलाकों में डैम से छोड़ा गया पानी फैलने की सूचना मिली, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गयी है.
शनिवार को अचानक छोड़े गये पानी से मुरहन से शुरू होकर बड़ी जमीन, अगड्डा, कासिमपुर, काशिल, रायपुरा, स्तीचक, सालपुर, फकीराचक, जीताडीह छोटी जमीन सहित दर्जनों गांवों के खेत जलमग्न हो गये. महज तीन दिनों में सैकड़ों एकड़ में लगी रबी फसल डूब कर बर्बाद हो गयी. इस आपदा से आक्रोशित किसानों ने रविवार को विरोध प्रदर्शन किया था. सोमवार को जब कर्मचारी निरीक्षण के लिए पहुंचीं, तो बड़ी संख्या में किसान मौके पर पहुंचे और मुआवजे की गुहार लगायी. निरीक्षण के दौरान किसान डब्लू साह, विपिन वर्मा, घनंजय सिंह, ओमप्रकाश सिंह, बलराम ठाकुर, अनिल ठाकुर, प्रकाश पंडित सहित कई किसान मौजूद थे.
सफाईकर्मियों की हड़ताल से शहर बेहाल, कचरे के ढेर से बीमारी का खतरा
सुलतानगंज नगर परिषद की सफाई एजेंसी से जुड़े सफाईकर्मियों की हड़ताल के कारण शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. लगातार हड़ताल जारी रहने से नगर के विभिन्न इलाकों में कचरे का उठाव ठप हो गया है, जिससे सड़कों, गलियों और चौक-चौराहों पर गंदगी का अंबार लग गया है. कई स्थानों पर कूड़ा सड़कों पर बिखरा पड़ा है और उससे उठती दुर्गंध ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है.स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा हड़ताली सफाईकर्मियों से बातचीत कर समाधान निकालने का प्रयास किया गया था, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई है. सफाईकर्मियों का साफ कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती, तब तक वे काम पर वापस नहीं लौटेंगे. मांगें पूरी होने के बाद ही सफाई कार्य शुरू करने की बात कही जा रही है.कचरा नहीं उठने से अब लोगों को संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर सताने लगा है. स्थानीय नागरिकों ने नगर प्रशासन से इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए ठोस और त्वरित कदम उठाने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

