भागलपुर रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास ठेका के माध्यम से संचालित रेलवे मोबाइल फूड वैन से रेलवे कमाई तो कर रही है, लेकिन हाइजीन और सुरक्षा मानकों के पालन में कई कमियां देखी जा रही है. फूड वैन में रखे खाने-पीने के चीजों को ढक कर नहीं रखा जा रहा और कर्मचारी डिस्पोजेबल कैप, ग्लब्स, शेफ कैप, हेयर नेट या स्कार्फ का प्रयोग नहीं कर रहे हैं. इसके अलावा क्रॉस-संदूषण से बचाव के पर्याप्त उपाय भी लागू नहीं हैं. रेलवे अधिकारी का कहना है कि चाहे यह फूड वैन हो या कीचन, सभी को निर्धारित हाइजीन मानकों का पालन करना अनिवार्य है, लेकिन ठेका पाने वाले ने इन नियमों की अनदेखी कर रहे हैं. रेलवे अधिकारी भी नियमित निरीक्षण के बावजूद इन कमियों पर ध्यान नहीं दे सके हैं. इस स्थिति के कारण रेल यात्रियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी जोखिम बढ़ सकता हैं. फूड वैन में साफ-सफाई, उचित ढकाव और क्रॉस-संदूषण से बचाव के उपायों का पालन न होना गंभीर मामला है. यात्रियों को सुरक्षित और स्वचछ फूड मिले, इसके लिए सख्त निगरानी रखना और सभी मानकों के पालन को सुनिश्चित करना जरूरी है.
रेलवे स्टेशन में रेलवे फूड वैन को रास्ते से हटाकर लगाया गया है, लेकिन वैन से बाहर उपकरण और सामान रखने से मार्ग अवरूद्ध हो रहा है. शाम के समय जब वैन पर भीड़ बढ़ती है, तो लोग और सामान रास्ते तक फैल जाते हैं. इसके कारण स्टेशन परिसर में वाहनों के आने-जाने में जाम की स्थिति बन जाती है.
यूरिनल के पास फूड वैन नुकसान देह
रेलवे स्टेशन में मोबाइल फूड वैन यूरिनल के बिल्कुल नजदीक लगायी गयी है. रेलवे ने यही जगह निर्धारित की है. इस स्थिति में फूड वैन में रखे खाने-पीने के सामान और आसपास के वातावरण के संपर्क में आने का खतरा बढ़ जाता है. इससे यात्रियों के स्वास्थ्य पर असर पड़ने की संभावना बनती है. यूरिनल के इतने करीब होने के कारण क्रॉस-संदूषण, गंदगी और बैक्टीरिया के फैलने की आशंका बनी है.रेलवे माेबाइल फूड वैन में भी हाइजीन और सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य है. फायर सेफ्टी सुरक्षा रखनी है. ऐसा अगर नहीं किया जा रहा है, तो तत्काल निरीक्षण कर मानकों का पालन कराया जायेगा.
फूल कुमार, सीएमआइ, भागलपुर
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