प्रभात खास
– जिले के पांच उत्कृष्ट टीएलएम से है राज्यस्तरीय सम्मान की उम्मीदऋषव मिश्रा कृष्णा, भागलपुर
बच्चों को खेलना बहुत अच्छा लगता है और अगर खेल-खेल में ही पढ़ाई हो जाय तो बच्चे ऐसी पढ़ाई के प्रति आकर्षित होते हैं. जिलास्तरीय टीएलएम (टेक्निकल लर्निंग मेटेरियल) मेला में पांच उत्कृष्ट टीएलएम बच्चों को काफी पसंद आ रहा है. मालूम हो कि प्रखंडस्तर पर कुल 67 उत्कृष्ट टीएलएम का चयन जिलास्तरीय प्रतियोगिता के लिए किया गया था, कुल 67 में पांच टीएलएम को जिलास्तर पर उत्कृष्ट घोषित किया गया है.हिंदी विषय में जदीशपुर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय करिया रहमानपुर के अमित कुमार के टीएलएम मात्राओं की खिड़की से अगर बच्चों ने झांक लिया, तो उनके लिये हिंदी बहुत आसान हो जायेगी. अमित कुमार बताते हैं कि मात्राओं की खिड़की में झांक कर बच्चे वर्णमाला खोज और पहचान, स्वरों के साथ मात्रा की पहचान, स्वर व्यंजन वर्णमाला की पहचान कर सकते हैं.बच्चों को खूब भा रहा अंकों की तारामांची और अंग्रेजी का मैजिक बॉक्स
गणित विषय में नगर निगम रामकृष्ण आश्रम मध्य विद्यालय लाजपत पार्क के शिक्षक अमरनाथ झा ने कक्षा एक और दो के बच्चों के लिए अंकों की तारामांची प्रस्तुत किया था. तारामांची के घूमते ही बच्चे आसानी से अंकों का ज्ञान सीख सकते हैं. श्री झा ने कहा कि राज्यस्तर पर इस अंकों की तारामांची को और ज्यादा डेवलप कर प्रस्तुत करेंगे. मालूम हो कि श्री झा ने प्रोजेक्ट अंकों के ऑटोमेटिक जोड़ मशीन को प्रस्तुत कर राज्यस्तर पर टीएलएम-2024 में टॉप टेन टीएलएम का पुरस्कार जीता था.बच्चों के लिए जादू देखने जैसा है अंग्रेजी का मैजिक बॉक्स
अंग्रेजी विषय में नारायणपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय रायपुर की शिक्षिका नूतन कुमारी ने तीसरी कक्षा के लिए अंग्रेजी का मैजिक बॉक्स बना कर जिलास्तरीय पुरस्कार प्राप्त किया है. मैजिक बॉक्स से बच्चे अपोजिट वर्ड, सिंगुलर टू प्लूरल, इंगलिश टू हिंदी और राइमिंग सीख सकते हैं. नूतन कुमारी अपने विद्यालय में इस मैजिक बॉक्स का प्रयोग कर रही हैं. उन्होंने बताया कि राज्यस्तर पर वे मैजिक बॉक्स को और ज्यादा सुलभ बना कर प्रस्तुत करेंगी.बच्चे आसानी से पहचान रहे स्वास्थ्यकर और अस्वास्थ्यकर भोजन
पर्यावरण विज्ञान विषय में सुलतानगंज प्रखंड के शांति देवी मुरारका मध्य विद्यालय की सचिन कुमारी ने कक्षा तीन के लिए फूड बॉक्स का निर्माण किया. इस बॉक्स के माध्यम से बच्चे स्वास्थ्यकर और अस्वास्थ्यकर भोजन की आसानी से पहचान कर लेंगे और तरह-तरह के भोजन से शरीर को होने वाले हानि और लाभ को भी आसानी से जान सकेंगे.शमीम सर के बायोस्कोप देखने को बच्चे हो जाते हैं बेताब
उर्दू विषय में जगदीशपुर प्रखंड के उर्दू मध्य विद्यालय खिरीबांध के शिक्षक सैयद शमीम अख्तर के विद्यालय में उनके द्वारा बनाये गये टीएलएम बायोस्कोप को देखने के लिए बच्चे बेताब हो जाते हैं. वे इसके माध्यम से उर्दू वर्ण माला, महीनों का ज्ञान और फलों, जानवरों, तितलियों के बारे में जान सकते हैं.कहते हैं डीईओ
डीईओ राजकुमार शर्मा ने कहा कि प्रखंड स्तर पर चयनित 67 टीएलएम उत्कृष्ट थे. जबकि राज्यस्तर पर भाग लेने के लिए पांच टीएलएम का चयन हुआ है. उम्मीद है राज्यस्तर पर भी इन टीएलएम का अच्छा प्रदर्शन रहेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है