मध्याह्न भोजन योजना को प्रभावी बनाने के लिए विभाग अब हर माह निर्धारित संख्या में स्कूलों की जांच का आदेश दिया था. इस बाबत लापरवाही की बात सामने आ रही है. ऐसे में विभाग कार्रवाई करने में मूड में है. भागलपुर सहित सूबे के 27 जिला की समीक्षा के दौरान निरीक्षण में सुस्ती की बात सामने आ रही है. इस बाबत निदेशक विनायक मिश्रा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पत्र जारी किया है.
समीक्षा में भागलपुर सहित 27 जिला के डीपीओ, 78 डीआरपी व 361 प्रखंड साधनसेवियों की लापरवाही सामने आ रही है. खास कर पाया कि 13 जिलों के डीपीओ ने अगस्त माह में एक भी विद्यालय की जांच नहीं की. वहीं, 14 जिलों ने तय संख्या से कम स्कूलों का निरीक्षण किया. विभाग ने सभी संबंधित अधिकारियों से 21 नवंबर तक स्पष्टीकरण का जवाब मांगा है. बता दें कि मध्याह्न भोजन निदेशालय के अनुसार प्रत्येक डीपीओ को हर माह कम से कम 15 स्कूलों की जांच कर टैब के माध्यम से मुख्यालय को रिपोर्ट भेजनी है. उधर, जिला और प्रखंड साधनसेवियों को 30-30 विद्यालयों की जांच करने का निर्देश दिया गया है.
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