दहेज प्रताड़ना से पीड़ित एक मां अपने तीन साल के पुत्र को वापस पाने के लिए नवगछिया थाने का चक्कर लगा रही है, लेकिन उसे न्याय नहीं मिल सका है. पीड़ित महिला नवगछिया थाना मिल्की गोशाला के पृथ्वी चौधरी की पुत्री नीतू कुमारी है. नीतू कुमारी ने बताया कि वर्ष 2015 में उसकी शादी कटिहार जिला कुरसेला पश्चिम के रोहित चौधरी से हिंदू रीति-रिवाज से हुई थी. शादी से तीन बच्चे है. दो पुत्री जाह्वी कुमारी, जुही कुमारी व तीन वर्ष का पुत्र अनमोल कुमार है. शादी के बाद शुरुआती कुछ दिन सबकुछ ठीक रहा, लेकिन बाद में ससुराल पक्ष का रवैया बदल गया. पति व ससुराल के लोग दहेज में 50 हजार रुपये, टेबल-कुर्सी और टीवी की मांग कर रहे थे. दहेज न देने पर उसके साथ जानवरों जैसा सुलूक किया जाता था. मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना से त्रस्त होकर पीड़िता ने नवगछिया न्यायालय में मुकदमा दायर किया है, जो फिलहाल कोर्ट में लंबित है. इस बीच तीन दिन पहले पति बिना किसी को बताये पुत्र अनमोल कुमार को लेकर भाग गया. पीड़िता ने बताया कि पुलिस को पूरी जानकारी देने पर नवगछिया थाना के पदाधिकारी ने पति को फोन पूछा तो उसने स्वीकार किया कि हां पुत्र को मैं ही लेकर आया हूं. नीतू ने कहा कि अनमोल अभी भी मां का दूध पीता है. वह उसके बिना कैसे रह रहा होगा. हताश परेशान नीतू अब महिला थाना और स्थानीय पुलिस प्रशासन से गुहार लगा रही है कि उसका पुत्र उसे सुरक्षित वापस दिलाया जाए. पति की इस हरकत न केवल कानून का उल्लंघन हुआ है, बल्कि एक छोटे बच्चे की जिंदगी खतरे में पड़ गयी है. पीड़िता ने प्रशासन से जल्द कार्रवाई कर उसके पुत्र को सुरक्षित वापस करवाने की मांग की है. स्थानीय स्तर पर यह मामला चर्चा का विषय बन गया है और लोग एक मां के दर्द और बच्चे की सुरक्षा को लेकर संवेदना व्यक्त कर रहे हैं.
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