भागलपुर
एमईसी के महासचिव हारिस फरीद अहमद खान ने बताया कि दो मई को स्कूल के सचिव के नाम से पत्र भेजा गया था. इसमें सचिव पद से उन्हें बर्खास्त करने की बात कही गयी थी, लेकिन उन्होंने पत्र लेने से इंकार कर दिया. साथ ही स्कूल के प्रधानाध्यापक को भी इसकी जानकारी के लिए पत्र भेजा गया था. प्रधानाध्यापक भी पत्र लेने से मना कर दिया. इस बाबत एमईसी के स्पेशल मैसेंजर ने लौट कर सारी जानकारी दी. बताया कि एमईसी का पत्र नहीं लेने के अवहेलना मामले में स्कूल के प्रधानाध्यापक को शोकॉज किया जा रहा है. महासचिव ने बताया कि स्कूल के सचिव पर कई गंभीर आरोप है. साथ ही बताया कि 20 अप्रैल को एमईसी की हुई बैठक में स्कूल के सचिव द्वारा बिना किसी सूचना के मिलादुन्नबी का आयोजन किया गया. एमईसी के हॉल में होने वाली बैठक नहीं होने दिया गया. महासचिव ने कहा कि पूरे मामले को लेकर आगे की कार्रवाई की जायेगी. एमईसी के अधिकारी सारे तथ्यों को लेकर बिंदुवार मंथन कर रहे हैं. कहा कि इंटर स्तरीय मुस्लिम हाइस्कूल जल्द ही नयी कमेटी का विस्तार किया जायेगा. स्कूल का बाहरी एजेंसी से ऑडिट भी कराया जायेगा. महासचिव ने बताया कि एमईसी के तहत जो शैक्षणिक संस्था है. उसमें पठन-पाठन, साफ-सफाई, छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर भी अधिकारियों की बैठक बुलायी जायेगी, ताकि छात्र-छात्राओं को बेहतर मूलभूत सुविधा के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकें. उधर, स्कूल के सचिव जावेद खान ने कहा कि इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.
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