टीएमबीयू में असिस्टेंट प्राेफेसर की पोस्टिंग के लिए गेस्ट फैकल्टी को हटाने और आरक्षण राेस्टर का पालन नहीं करने के आराेप की जांच होगी. इसे लेकर विवि के प्रभारी कुलपति प्राे विमलेंदु शेखर झा के निर्देश पर कमेटी का गठन किया गया, जिसमें डीएसडब्ल्यू, सीसीडीसी व कॉलेज इंस्पेक्टर को शामिल किया गया. रजिस्ट्रार प्राे रामाशीष पूर्वे ने अधिसचूना जारी की है. कमेटी गेस्ट फैकल्टी काे हटाने में आरक्षण राेस्टर का पालन हुआ, या नहीं. इसकी जांच करेगी. दरअसल, समाजशास्त्र विषय में असिस्टेंट प्राेफेसर की पाेस्टिंग के लिए गेस्ट फैकल्टी काे हटाया गया था. बड़हरा भाेजपुर के रवीन्द्र कुमार राम टीएमबीयू के एमएएम काॅलेज नवगछिया में समाजशास्त्र के गेस्ट फैकल्टी थे. बताया जा रहा है कि बिहार राज्य विवि सेवा आयोग से समाजशास्त्र में असिस्टेंट प्राेफेसर का चयन किया गया था. इसके बाद विवि स्तर पर उन शिक्षकों की पाेस्टिंग की गयी थी. इस बाबत विवि ने रवींद्र काे हटा दिया था. इसका कारण विवि से बताया गया था कि असिस्टेंट प्राेफेसर की पोस्टिंग के बाद गेस्ट फैकल्टी का पद नहीं बचा है. उधर, रवींद्र कुमार राम ने आरक्षण राेस्टर का पालन नहीं करने का दावा किया. साथ ही हटाने के निर्णय काे राष्ट्रीय एससी आयोग में चुनौती दिया था. इसे लेकर आयोग ने मामले की जांच करने के लिए विवि से दस्तावेज की मांग की थी. रवींद्र ने आरोप लगाया है कि समाजशास्त्र में 11 गेस्ट फैकल्टी अलग-अलग काॅलेजाें में बहाल किये गये थे. बाद में इसमें से दाे गेस्ट फैकल्टी का चयन बिहार राज्य विवि सेवा आयाेग के तहत असिस्टेंट प्राेफेसर के लिए किया गया था. जबकि नाै गेस्ट फैकल्टी में एक भी एससी काेटि से बचा ही नहीं था. एससी कोटि की सीट नहीं रहना आरक्षण राेस्टर के नियम का उल्लंघन है. उन्होंने मामले में विवि में आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगायी थी. विवि स्तर से मामले में कोई सुनवाई नहीं की गयी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

