वरीय संवाददाता, भागलपुर
मायागंज अस्पताल के गायनी विभाग विभाग में गुरुवार को एक गर्भवती महिला का सिजेरियन विधि से प्रसव होने के बाद खून बहना बंद नहीं हो रहा था. सुलतानगंज के सीतारामपुर मुहल्ला निवासी 21 वर्षीय श्वेता कुमारी की हालत धीरे-धीरे नाजुक होने लगी. डॉक्टरों ने मामले की जानकारी महिला के पति सुशांत शर्मा को दी. यह सुनकर सुशांत काफी घबरा गये. वहीं इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे. सुरक्षा गार्ड ने पहुंचकर मामला शांत कराया. वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ हेमशंकर शर्मा को जब यह जानकारी मिली तो महिला को आइसीयू में शिफ्ट कर इलाज शुरू किया गया.गुरुवार देर रात तक महिला आइसीयू में ही भर्ती थी. अधीक्षक ने बताया कि सिजेरियन से प्रसव के बाद तीन चार प्रतिशत मामले पोस्ट हेमरेज में तब्दील हो जाता है. इसमें रक्तस्त्राव काफी होता है. महिला का बेहतर इलाज चल रहा है. वहीं महिला के पति ने बताया कि प्रसव पीड़ा हाेने पर बुधवार को सुलतानगंज रेफरल अस्पताल ले गये. वहां बताया गया कि गर्भ में बच्चे के गले में गर्भनाल लिपटा हुआ है. सर्जरी से डिलीवरी के लिए मायागंज अस्पताल ले जायें. रेफर के बाद मायागंज अस्पताल में महिला ने गुरुवार दोपहर को ऑपरेशन के बाद बच्ची को जन्म दिया. ऑपरेशन के बाद खून बहने लगा. महिला को चार यूनिट खून भी चढ़ाया गया. इलाज में लापरवाही बरती गयी. जब मरीज की आवाज लड़खड़ाने लगी ताे हमलाेगाें ने विराेध किया. दोबारा ऑपरेशन के बाद मरीज को राहत मिली.
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