27.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

भागलपुर के दो नेशनल रग्बी खिलाड़ियों को बिहार सरकार देगी नौकरी, 19 वर्ष की उम्र में एक हाथ में गोल्ड मेडल्स, दूसरे हाथ में सलेक्शन लेटर

Bihar Government: भागलपुर जिले से निकले दो होनहार युवा खिलाड़ियों ने नेशनल रग्बी में अपने शानदार प्रदर्शन से न सिर्फ जिले बल्कि पूरे बिहार का नाम रोशन किया है. महज 19 वर्ष की उम्र में ये दोनों खिलाड़ी अपने-अपने हाथों में गोल्ड मेडल्स और सरकारी नौकरी का चयन पत्र थामे आज हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं.

Bihar Government, प्रभात एक्सक्लूसिव, आरफीन जुबैर, भागलपुर: भागलपुर के दो नेशनल रग्बी खिलाड़ियों ने धूम मचा दी है. दोनों की उम्र महज 19 वर्ष है और आज मेहनत के बल पर उनके एक हाथ में कई गोल्ड मेडल्स हैं, तो दूसरे हाथ में नौकरी का सलेक्शन लेटर. उन्हें बिहार सरकार ने खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर नौकरी देने का निर्णय लिया है. इनका नाम चयनित खिलाड़ियों की औपबंधिक सूची में शामिल कर लिया गया है. इनमें एक खिलाड़ी बरारी के टोटो चालक विनोद कुमार की बेटी श्वेता कुमारी व दूसरे भीखनपुर गुमटी नंबर दो निवासी व्यवसायी पप्पू राय का बेटा प्रतीक राज हैं.

इन दोनों खिलाड़ियों ने मैदानों में ड्रॉप किक से ट्राइ लाइन (गोल लाइन) के बीच कई बार चोटें खायीं. प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ियों को धूल चटायी. इन्हें खेलते हुए देखना दर्शकों के लिए अद्भुत अनुभव होता है. विपक्षी खिलाड़ियों के बीच से लगभग आधा किलो का अंडाकार बॉल लेकर इनकी आगे निकल जाने की कला से आज मुकाम पर पहुंच चुकी है, जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है.

भागलपुर व नाथनगर में 150 खिलाड़ी रग्बी खेल का कर रहे अभ्यास

भागलपुर जिला में रग्बी खेल 2022 से शुरू हुआ. लेकिन शुरुआती दौर में इस खेल के प्रति रुझान कम रही. लेकिन जिला रग्बी संघ द्वारा प्रचार-प्रसार किये जाने के बाद इस खेल से खिलाड़ी जुड़ने लगे. वर्तमान में भागलपुर के सैंडिस कंपाउंड व नाथनगर में करीब 150 खिलाड़ी रग्बी खेल का अभ्यास प्रतिदिन करते हैं. संघ के कोच कुणाल कर्ण ने बताया कि नवगछिया, कहलगांव, पीरपैंती आदि प्रखंडों में रग्बी खेल का प्रचलन बढ़ा है.

इसे भी पढ़ें: जमीन मालिकों को मिली बड़ी राहत, अब ये 5 काम होंगे सिर्फ एक कॉल पर, 3 जून से होगा शुरू

मजदूर व मिस्त्री के बच्चे ही खेल से जुड़ रहे

जिला कोच सह बिहार संघ के सहायक कोच कुणाल कर्ण ने बताया कि दोनों नेशनल खिलाड़ी घर से आर्थिक रूप से कमजोर हैं. टीम सदस्य द्वारा किट आदि उपलब्ध कराया जाता है. कभी-कभी सामाजिक संगठन की ओर से भी सहयोग किया जाता है. इस खेल में अधिकतर मजदूर परिवार के बच्चे जुड़े हैं. ऐसे में उन्हें काफी परेशानी होती है.

जिला के प्रतिभावान खिलाड़ी अपने दम पर नेशनल स्तर के प्रतियोगिता में बिहार टीम की तरफ से खेल रहे हैं. बिहार के 30 से ज्यादा जिला में रग्बी खेल हो रहा है. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. अभ्यास के लिए मैदान व सुविधा नहीं मिल पा रही है. जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि अभ्यास के लिए मैदान की व्यवस्था कराये.

बिहार की ताजा खबरों के लिए क्लिक करें

खिलाड़ियों ने कहा, शुरुआती दौर में हुई परेशानी

नेशनल खिलाड़ी प्रतीक राज व श्वेता कुमारी ने कहा कि शुरुआती दौर में रग्बी खेल में परेशानी आती थी. समझ भी नहीं पा रहे थे. लेकिन कोच कुणाल के सहयोग से खेल की बारीकियों के बारे में जाना. करीब चार साल से इस खेल से जुड़े हैं. काफी मेहनत के बाद यहां तक पहुंचे हैं.

रग्बी खिलाड़ी की उपलब्धी एक नजर

प्रतिक राज, भीखनपुर गुमटी नंबर दो
पिता – पप्पू राय
उम्र – लगभग 19 वर्ष

नेशनल जूनियर रग्बी चैंपियनशिप – वर्ष 2022, पटना 2023 व 24 में पुणे में : तीन गोल्ड मेडल जीते

श्वेता कुमारी – नील कोठी घाट बरारी
उम्र – लगभग 19 वर्ष
पिता – विनोद यादव

नेशनल जूनियर रग्बी चैंपियनशिप – 2023 पटना में कांस्य पदक व 2024 पुणे में गोल्ड मेडल

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel