ललित किशोर मिश्र, भागलपुर
इस्टर्न रेलवे का पहला बम-बास्केट भागलपुर आरपीएफ पोस्ट को मिला है. इस 300 किलो के बास्केट में दो किलो तक के बम को रखकर विस्फोट करके उसे डिफ्यूज किया जा सकता है. इसकी खासियत यह है कि बम को डिफ्यूज करने के दौरान इसका छोटा सा भी पार्ट बाहर नहीं निकलेगा. यह बास्केट रेलवे बोर्ड की ओर से भागलपुर आरपीएफ पोस्ट को भेजा गया है. इस बास्केट की कीमत 5.50 लाख रुपये है. अभी इसे ट्रायल के रूप में उपयोग में लाया जायेगा.
आरपीएफ को दी जायेगी ट्रेनिंग
आरपीएफ पोस्ट भागलपुर अधिकारियों व जवानों को इस बास्केट को चलाने की ट्रेनिंग दी जायेगी. अभी अगर भागलपुर व उसके आसपास के स्टेशनों पर बम मिलता है, तो आरपीएफ भागलपुर द्वारा जमालपुर से बम की ट्रेनिंग लिये एक्सपर्ट को बुलाया जायेगा. आरपीएफ को अगर बम मिलने की सूचना मिलती है और बम निरोधक दस्ता उसको डिफ्यूज नहीं कर पाया, तो बम को बास्केट में रख कर ब्लास्ट करवा दिया जायेगा.
– जिला पुलिस के पास भी नहीं है, बम निरोधक दस्ता
भागलपुर पुलिस के पास भी बम निरोधक दस्ता नहीं है. अभी भी किसी थाना क्षेत्र में बम मिलता है, तो उसे पानी भरे बाल्टी में रखा जाता है. वहीं, मुंगेर से बम निरोधक दस्ता बुलाकर बम को डिफ्यूज किया जाता है.
इस्टर्न रेलवे का पहला बम-बास्केट भागलपुर आरपीएफ पोस्ट को मिला है. यह दिल्ली से आरपीएफ पोस्ट आ गया है. तीन सौ किलो के इस बास्केट का लेयर इतना मजबूत है कि यह दो किलो वजन के बम विस्फोट को भी सहन कर लेगा. यह पोस्ट इस्टर्न रेलवे का पहला पोस्ट बन गया है, जहां बम-बास्केट उपलब्ध है. अभी इसे ट्रायल के रूप में चलाया जायेगा. रणधीर कुमार, इंस्पेक्टर, आरपीएफ पोस्ट भागलपुर

