-दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी समेत सार्वजनिक स्थान और मानिक सरकार, मसाकचक, चंपानगर बंगाली टोला, रिफ्यूजी कॉलोनी में घर-घर होगा कार्यक्रम
शहर के अलग-अलग हिस्सों में बसे बंगाली समाज के लोग मंगलवार को धूमधाम से बांग्ला नववर्ष मनायेंगे. बंगाली समाज के लोग एक-दूसरे को शुभ नववर्षों बोल नववर्ष की बधाई देंगे.
दुर्गाबाड़ी के संयुक्त सचिव निरूपमकांति पाल ने बताया कि बांग्ला नववर्ष पहला बैशाख, जिसे पोइला बोइशाख कहा जाता है, बंगाली नववर्ष का पहला दिन होता है. इस दिन को बंगाली लोग बड़े उत्साह और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाते हैं. देवाशीष बनर्जी ने बताया कि पारंपरिक बंगाली व्यंजन जैसे रसगुल्ला, संदेश, पायेश (चावल की खीर), भात-दाल, इल्यिश माछ (हिलसा मछली) आदि बनते हैं. लोग गीत, नृत्य और कविताओं से जुड़े कार्यक्रमों में भाग लेते हैं. रवीन्द्र संगीत और लोक संगीत का विशेष महत्व होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है