शहर में नागरिक सुविधाओं वाला कार्य के लिए ठेका करने में शुरू से नगर निगम फिसड्डी रहा है. यही वजह है कि बड़े कार्य बुडको को सौंपा जा रहा है. अब तक दर्जन भर से अधिक जगहों की सड़क और नाले का काम बुडको को दिया है, जिसमें कुछ हो रहा है, तो कई जगहों की निविदा प्रक्रिया में है. निगम को पूरे शहर में 51 जगहों पर कम्युनिटी टॉयलेट और 59 जगहों पर पांच सीटर यूरिनल का निर्माण कराना है और इसकी तैयारी भी शुरू की और टेंडर भी जारी किया, लेकिन ठेका एजेंसियों ने कोई रुचि नहीं ली. विडंबना यह रहा है कि टेंडर रद्द करना पड़ा. निगम अब दावा कर रहा है कि आचार संहिता खत्म हो गया है, तो इसका नये सिरे से निविदा निकाली जायेगी और ठेका एजेंसी बहाल कर निर्माण कराया जायेगा. आठ करोड़ आठ लाख 40 हजार से होना है निर्माण कम्युनिटी टॉयलेट और यूरिनल निर्माण पर आठ करोड़ आठ लाख 40 हजार की लागत आयेगी. हर वार्ड में लगभग तीन-तीन कम्युनिटी टॉयलेट और वार्ड एक से 25 तक में 30 एवं वार्ड 26 से 51 में 29 जगहों पर पांच सीटर यूरिनल का निर्माण किया जाना है. इसका निर्माण स्वच्छ भारत मिशन से होना है. निर्माण की अवधि तीन महीने निर्धारित की गयी है, लेकिन यह तभी मुमकिन है, जब ठेका एजेंसी बहाल होगी. पूर्व में बने यूरिनल के लिए बहाल नहीं कर सका केयर टेकर नगर निगम ने पूर्व में बने पब्लिक टॉयलेट और यूरिनल के लिए तीन साल बाद भी केयर टेकर बहाल नहीं कर सका. साल भर पूर्व निगम ने तीन बार टेंडर निकाला, लेकिन किसी ने रूचि नहीं ली. मजे की बात यह है कि जिन लोगों ने टेंडर भरा है और उसकी राशि जमा की है, उसमें से अधिकांश को पैसा तक वापस नहीं किया है. पब्लिक टाॅयलेट स्टेशन चौक के नजदीक, बूढ़ानाथ रोड सहित कई जगहों पर है. वहीं, यूरिनल घूरनपीर बाबा चौक से कचहरी चौक के बीच, बड़ी पोस्टऑफिस से कचहरी चौक के बीच सहित आधा दर्जन जगहों पर है. लोहिया पुल पर स्थित यूरिनल को बिना उपयोग हुए तोड़वा दिया गया. कोट कम्युनिटी टॉयलेट और यूरिनल का अब नये सिरे से टेंडर होगा. आचार संहिता खत्म हो गया है. अब इसका टेंडर जारी कर निर्माण कराया जायेगा. आदित्य जायसवाल, योजना शाखा प्रभारी नगर निगम, भागलपुर
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

