बिहार पुलिस मुख्यालय ने राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों को लेकर अलर्ट जारी किया है. पुलिस ने भागलपुर सहित सूबे के सभी जिलों में पुलिस को विशेष जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया है. मालूम हो कि पटना और छपरा जिलों में इस तरह के नागरिकों के अवैध प्रवासन की पुष्टि हुई है. बिहार पुलिस मुख्यालय ने उक्त निर्देश बीएसएफ से प्राप्त विस्तृत रिपोर्ट के बाद जारी किया गया है, जिसमें कई ऐसे विदेशी नागरिकों के बिहार में सक्रिय होने की आशंका जताई गयी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि इंडो-बांग्लादेश सीमा पर अवैध प्रवेश और पकड़े जाने के मामलों में लगातार वृद्धि हुई है. जांच में यह भी सामने आया कि पकड़े गए कई लोग बिहार के विभिन्न जिलों में लंबे समय से रह रहे थे. बीएसएफ के अनुसार बिहार के कुछ चयनित जिलों में ऐसे विदेशी नागरिकों को आश्रय, रोजगार और रहने की जगह तक उपलब्ध कराई जा रही थी. इससे संगठित नेटवर्क की आशंका भी जताई गयी है. पुलिस-प्रशासन को किया अलर्ट
बिहार पुलिस मुख्यालय ने सभी क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षकों, पुलिस उप-महानिरीक्षकों और जिलों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. पत्र में कहा कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों की पहचान, दस्तावेजों की जांच और सत्यापन अभियान तुरंत शुरू किया जाए. भागलपुर जिला प्रशासन और भागलपुर पुलिस को भी इस पत्र की प्रतिलिपि भेजकर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया है.
शहरवासियों के साथ आसानी से घुलमिल सकते हैं बांग्लादेशी-रोहिंग्या
मुख्यालय के आदेश के अनुसार भागलपुर पुलिस अब संवेदनशील इलाकों में विशेष जांच अभियान चलाएगी. किरायेदारों, मजदूरों, अस्थायी बस्तियों और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस दस्तावेज सत्यापन करेगी. संदिग्ध व्यक्तियों की बायोमेट्रिक जांच फॉरेन आइडेंटिफिकेशन प्रोसेस के तहत की जाएगी. बीएसएफ ने यह भी चेताया है कि अवैध प्रवासी स्थानीय मदद और रोजगार के सहारे भागलपुर जैसे बड़े शहरों में आसानी से घुलमिल जाते हैं, इसलिए सतर्कता बेहद जरूरी है. पुलिस मुख्यालय ने जिलों को निर्देश दिया कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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