भागलपुर : बिहार के भागलपुर इलाके में बाढ़ प्रभावितों पर पुलिस द्वारा लाठी भांजने का मामला सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दूसरी ओर बाढ़ पीड़ितों द्वारा पुलिस वालों पर पत्थरबाजी करने की भी बात सामने आ रही है. जानकारी के मुताबिक जिले के सबौर उच्च विद्यालय में शरण लिये हुए बाढ़ पीड़ितों ने जल संसाधन विभाग के सचिव की गाड़ी को घेरकर पहले नारेबाजी की और जब प्रशासन ने समझाने की कोशिश की तो सभी पीड़ित रोज जाम कर बैठ गये. बताया जा रहा है कि बाद में पुलिस ने बाढ़ पीड़ितों पर लाठी चार्ज करने के अलावा आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं.
स्वयंसेवी संगठन के चार युवक हिरासत में
पुलिस सूत्रों की माने तो बाढ़ पीड़ितों ने स्वयंसेवी संगठन के युवकों द्वारा बरगलाने पर प्रशासन से मांग रखी कि पके हुए भोजन को परोसने का काम नवयुवक संघ के कार्यकर्ताओं को दे दिया जाए, साथ ही उन्हें भोजन पकाने की अनुमति भी दी जाए. इसी मांग को लेकर हंगामा शुरू हुआ. और बात आगे बढ़ गयी. बताया जा रहा है कि विभागीय मंत्री ने जब राहत शिविर का जायजा लिया तो वहां सरकार की ओर से खाने की व्यवस्था नहीं दिखी और नवयुवक संघ द्वारा खाना बनाकर पीड़ितों को परोसने की तैयारी हो रही थी. मंत्री ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को फटकार लगाते हुए तत्काल सरकारी खाने की व्यवस्था करने की बात कही. तब तक बाढ़ पीड़ित भड़क गये और पत्थरबाजी करने लगे.
बाढ़ पीड़ितों ने रखी मांग
वहीं प्रशासन द्वारा उपलब्ध करायी जा रही जानकारी के मुताबिक सरकार की ओर से ही भोजन की व्यवस्था की गयी थी. नवयुवक संघ ने सेवा भाव से बाढ़ पीड़ितों के बीच खाना परोसने की बात कही थी. आरोप है कि पुलिस ने जान-बूझकर बाढ़ पीड़ितों को खदेड़ा और पिटायी की. आंसू गैस के गोली भी छोड़े. बाद में किसी तरह डीएसपी द्वारा लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया गया.