भागलपुर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज अपने एक दिवसीय यात्रा पर भागलपुर पहुंचे. यहां उन्होंने तोपोवर्द्धन प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में लोकनायक जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण किया. अनावरण समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे में प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा दिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने आशा जताते हुए कहा कि यह चिकित्सा पद्धति आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिये काफी लाभदायक सिद्ध हो सकती है. उन्होंने आश्वासन दिया कि इस तरह के केंद्रों को विकसित करने के लिये सरकार मदद को आगे आयेगी.
जैविक खेती को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जायेगा. जैविक खेती को बढ़ावा देने के से खेतों में रसायनिक खादों का प्रयोग कम से कम किया जा सकेगा. उन्होंने कहा बिहार सरकार के कृषि विभाग को जैविक खेती से संबंधित निर्देश दे दिया गया है. उन्होंने सभी चिकित्सा पद्धतियों की महता बताते हुए कहा कि एलोपैथ को ज्यादा लोकप्रियता मिली है. यह सही भी है, क्योंकि आपात स्थिति में इलाज के लिये एलोपैथ ही सही है.हालांकि उन्होंने इसके दुष्प्रभाव की भी बात कही. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में कोई दुष्प्रभाव नहीं है.
चिकित्सा से बचपन से लगाव-सीएम
मुख्यमंत्री ने अपने पिता की आयुर्वेदिक विरासत की चर्चा करते हुए कहा कि उनका बचपन से ही आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा से लगाव रहा है. इसलिए वह चाहते भी हैं कि देशी चिकित्सा पद्धति या धर्म शास्त्रों में बताये गये बीज मंत्र पद्धति को बढ़ावा मिले. उन्होंने कहा कि इसके लिये सरकार मदद करेगी और इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी. ऐसे काम में सरकार के हस्तक्षेप करना से पूरे काम का बंटाधार हो जाता है.
जनता को मिले इसका लाभ-सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जनता को इसका लाभ मिलना चाहिए. इसके लाभ को जनता तक पहुंचाया जाये. उन्होंने ऐसे चिकित्सा केंद्रों को बढ़ावा देने वाले लोगों से आह्वान किया कि वो उनसे आकर मिलें, वह उनकी मदद करेंगे. मौके पर पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में शोध करने की जरूरत है और इसके लिये सरकार हरसंभव मदद करेगी.