अकबरनगर : अकबरनगर-महेशी रेलवे स्टेशन के बीच गंगापुर गांव के पास मंगलवार को रेलवे ट्रैक पर शरण लिये गंगापुर की बाढ़ पीड़ित महिला अंजू देवी (40) व पुत्र विक्रम कुमार (4) को ट्रेन रौंदते हुए निकल गयी. मां-बेटे की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. इस घटना से रेलवे ट्रैक पर शरण लिये बाढ़ पीड़ित आशियाना छोड़ कर भागने लगे. आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों ने मां-बेटे का शव एनएच-80 मुख्य मार्ग पर रख भागलपुर-सुलतानगंज मुख्य मार्ग को जाम कर हंगामा किया और मुआवजा देने की मांग करने लगे.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गंगापुर गांव जलमग्न हो जाने से वहां के लगभग 400 बाढ़ पीड़ित परिवार अकबरनगर-महेशी के बीच रेलवे ट्रैक किनारे रह रहे हैं. इनमें से कई परिवार तो खुले आसमान में रह रहे हैं. अंजू देवी अपने बेटा-बेटी के साथ रेलवे लाइन किनारे पॉलीथिन टांग कर रह रही थी. चार दिन पहले यहां शरण लेने के बाद पहले दिन उसे एक किलो चूड़ा मिला था. वह खत्म हो जाने के बाद अंजू देवी का परिवार भूखे-प्यासे रह रहा था. सोमवार की देर शाम उसने कुछ लोगों से राशन मांग कर लाया था. अंजू को पता चला था कि मंगलवार की सुबह मिलने वाला है.
मंगलवार की सुबह करीब आठ बजे कुछ लोगों ने बताया कि चूड़ा का वितरण सड़क पर हो रहा है. यह सुनते ही अंजू अपनी बेटी को पॉलीथिन के तंबू में छोड़ बेटे के साथ चूड़ा लेने निकल गयी. इस दौरान भागलपुर की ओर से आ रही तेज रफ्तार ब्रह्मपुत्र मेल ट्रेन के चपेट में दोनों आ गये, और दोनों की मौत हो गयी.
ट्रेन गुजरने के बाद आसपास के लोग दौड़े. लोगों ने इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को दी. काफी संख्या में ग्रामीण रेलवे ट्रैक पर पहुंच गये. ग्रामीण शव को लेकर सड़क पर पहुंचे व रोड जाम कर दिया. जानकारी मिलते ही सीओ शशिकांत कुमार, जाप नेता डॉ चक्रपाणि हिमांशु, थानाध्यक्ष संतोष कुमार, मुखिया प्रतिनिधि मिन्हाज खां मौके पर पहुंचे. आक्रोशित ग्रामीणों को सीओ ने समझा-बुझाकर शांत कराया. सीओ ने बताया कि आपदा के तहत जो भी मुआवजा राशि का प्रावधान है, वह दिया जायेगा.
मृतक के परिजन को जाप नेता डॉ चक्रपाणि ने 10 हजार रुपये का आर्थिक सहयोग दिया. मुखिया प्रतिनिधि ने कबीर अंत्येष्टि के तहत परिजनों को छह हजार रुपये दिया. करीब दो घंटे बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम हटाया. सड़क जाम से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. दोपहर बाद जाम हटते ही वाहनों का आवागमन शुरू हुआ. पुलिस ने दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेज दिया.