– छठी, सातवीं और आठवीं कक्षा के वायरल प्रश्न पत्र थे फर्जी
संवाददाता, भागलपुर
सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शनिवार से 11वीं की परीक्षा शुरू हो गयी. साइंस पेपर के परीक्षार्थियों ने पूर्व से वायरल फिजिक्स और केमेस्ट्री के वायरल प्रश्न पत्रों पर ही परीक्षा दी. परीक्षा से पूर्व कुछेक सोशल मीडिया में उपलब्ध प्रश्न वही थे जो परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में दिया गया. मालूम हो कि पहली पाली में फिजिक्स, फिलासफी, इंटर्नशिप विषयों की परीक्षा ली गयी जबकि दूसरी पाली में पॉलिटिकल साइंस, अकाउंटेंसी, केमेस्ट्री की परीक्षा ली गयी. मालूम हो कि रविवार को 50 से अधिक यूट्यूब चैनल कथित प्रश्न पत्र को दिखा कर उसे 17 मार्च की परीक्षा में पूछे जाने वाला प्रश्न पत्र कह रहा था. अधिकांश यूट्यूब चैनल के दावे गलत निकले. दो से तीन चैनल पर प्रसारित प्रश्न पत्र ही 17 मार्च को होने वाली परीक्षा के थे. मालूम हो कि जिले में लगभग 50 हजार से अधिक परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं.
छठी, सातवीं और आठवीं के स्टूडेंट ने कहा, नहीं आया वायरल प्रश्न पत्र
वायरल प्रश्न पत्र पढ़ कर परीक्षा देने पहुंचे छठी, सातवीं और आठवीं कक्षा के स्टूडेंट ने कहा कि उनलोगों को लगा था कि वायरल प्रश्न पत्र ही सही प्रश्न पत्र है लेकिन जब वे लोग परीक्षा देने गये तो एक भी प्रश्न वायरल प्रश्न से नहीं था. यूट्यूब चैनलों पर भ्रामक प्रश्न पत्र दिखा कर उनलोगों को दिग्भ्रमित किया गया. वे लोग और ज्यादा मेहनत करते तो निश्चित रूप से परीक्षा में उनलोगों को और ज्यादा बेहतर प्रदर्शन रहता.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

