भागलपुर : जेएलएनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के प्रो (डॉ) डीपी सिंह ने कहा कि सीने में दर्द का कारण सिर्फ हार्ट अटैक ही नहीं होता है. इस दर्द का कारण हार्ट अटैक के अलावा करीब आधा दर्जन अन्य बीमारियां भी होती है. सीने में दर्द होने का कारणों में 40 प्रतिशत कारण पेट की बीमारी होती है. आठ प्रतिशत कारण त्वचा की बीमारी भी सीने में दर्द का कारण हो सकता है.
इसलिए सीने में दर्द होने पर मरीज तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें. चिकित्सक का भी दायित्व है कि वह इस दर्द को लेकर बारीकी से अध्ययन करते हुए तत्काल जरूरी टेस्ट करायें. डॉ सिंह, कैडिला फार्मास्यूटिकल्स की ओर से होटल राजहंस में आयोजित आइएएमआइकॉन 2017 के साइंटिफिक सेशन में ‘चेस्ट पेन बियांड एमआइ’ पर व्याख्यान दे रहे थे. उन्होंने कहा कि पेट की बीमारी जैसे, एसिडिटी, गैस, पेट में घाव व पित्त की थैली में पथरी से भी सीने में दर्द हो सकता है.
इसके अलावा मानसिक तनाव, चमड़ी की बीमारी, फेफड़े में हवा का भर जाना, ग्रास नली व महाधमनी में रक्तस्राव, हृदय के बाहरी झिल्ली में सूजन, फेफड़े की धमनी में खून के थक्के पहुंचने से भी सीने में दर्द हो सकता है. इस दर्द को नजरदांज न करें यह आपके जान के लिए खतरे का कारण बन सकता है. डॉ सिंह ने कहा कि हार्ट अटैक व अन्य प्रकार के बीमारियों में होने वाले सीने के दर्द में थोड़ा अंतर होता है. हार्ट अटैक में जहां सीने के बीच में दर्द होता है, जबकि अन्य कारणों से सीने के बायें अथवा दायें हिस्से में दर्द होता है. उन्होंने कहा कि अगर मरीज को सीने के बीच में दर्द हो, पसीना आये और उल्टी होने लगे तो उसे चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.