बेतिया . गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (जीएमसीएच) के नेत्र विभाग में अध्ययनरत पीजी छात्रों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन ओपीडी बहिष्कार शुरू कर दिया व आई डिपार्टमेंट के ओपीडी के बाहर धरना भी दिया. छात्रों ने आरोप लगाया है कि पिछले पांच माह से विभाग में मोतियाबिंद के नियमित ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं, जिससे ना केवल मरीज परेशान हैं बल्कि छात्रों की क्लीनिकल ट्रेनिंग भी गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है. उनका कहना है कि, बिना नियमित सर्जरी और प्रैक्टिकल वर्क के वे निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार कौशल हासिल नहीं कर पा रहे हैं. छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि आई–क्रिटिकल से संबंधित पढ़ाई और प्रैक्टिकल क्लासेस ठीक तरह से नहीं करवाई जा रही हैं, जबकि यह नेत्र विज्ञान की उच्च स्तरीय शिक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा है. उनका कहना है कि ऑपरेशन थियेटर में अनुभव न मिलने से उनकी पीजी की गुणवत्ता पर सीधा असर पड़ेगा. पीजी छात्रों ने विभाग में वरिष्ठ फैकल्टी की कमी को इस स्थिति की मुख्य वजह बताया. उनका कहना है कि नेत्र विभाग में प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के पद लंबे समय से खाली पड़े हैं, जिसके कारण न तो शैक्षणिक गतिविधियां सुव्यवस्थित हो पा रही हैं और न ही सर्जिकल कार्यों का संचालन सुचारू रूप से हो रहा है. उन्होंने प्रबंधन से तुरंत फैकल्टी की नियुक्ति करने और सर्जिकल सेवाएं बहाल कराने की मांग की. छात्रों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक ओपीडी बहिष्कार जारी रहेगा. उधर मरीजों को भी ओपीडी में सेवाएं न मिलने से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल प्रशासन ने छात्रों की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है, हालांकि अंतिम निर्णय का इंतजार है. इसको लेकर छात्रों ने जीएमसीएच के प्राचार्य को ज्ञापन भी सौंपा है. मौके पर डॉ सृष्टि, डॉ स्वीटी, डॉ राहुल, डॉ अनुराग, जेआर डॉ अलका सहित अन्य मौजूद रहे.
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